उत्तराखंड/पौड़ी: सरकार लगातार हर गांव को सड़क से जोड़ने की बात कर रही है पर आज भी प्रदेश के कई गांव सड़क से वंचित हैं खुद मुख्यमंत्री के गृह जनपद के कई गांव सड़क से वंचित हैं गांव के लोग रोज सड़क का रोना सोसल मीडिया पर रो रहे हैं और इस कोरोना महामारी के दौरान घर लौटे युवाओं ने कई गाओं को बिना सरकार की मदद के सड़क से जोड दिया है आज हम आपको पौड़ी जनपद के कल्जीखाल विकास खण्ड ग्राम बेडलगांव वासियो की कहानी सुना रहे हैं यहाँ के ग्रामीणों ने स्वयं ही डेड किलोमीटर सड़क बना डाली कोरोना के दैरान बेरोजगार होकर गांव लौटे प्रवासी गांव में स्वरोजगार ही उम्मीद लगाकार लगातार ब्लॉक मुख्यालयों एवं उद्योग विभाग के अलावा बैंकों के चक्कर काट स्वरोजगार में कोई सफलता नही मिली लेकिन कोरोना ने गांव आए युवाओ की एकजुटता ने ग्रुप के माध्यम से गांव की सड़क निर्माण की योजना बनाई सभी ग्रामवासियों एवं प्रवासियों एकजुटता दिखाते हुए सड़क के लिए चंदा एक्रित करने संदेश दिया जिसमें गांव के गरीब से गरीब वर्ग के मजदूर ने भी 5000 की धनराशि दी वही प्रवासियों ने दस हजार से ऊपर की धनराशि दी वह सेवानिवृत्त ग्रामवासियों ने अपनी एक माह की पेंशन देकर इस श्रमदान आहुति डाली इस प्रकार पांच लाख एक्रित कर कोरोना के दौरान ग्रामीणों ने सड़क बना डाली और सरकार जनप्रतिनिधियों को आइना दिखाया सड़क भी अलाईमेंट इस प्रकार की लोनिवि इंजीनियर फेल हो जाए।
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल