वाराणसी : मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के अषाढ़ (बहेडवा) गाव में बुधवार को सीवान में निजी नलकूप के बाहर चारपाई पर सो रहे रामचन्द्र सिंह उर्फ खूंटे (60 वर्ष) नामक वृद्ध के सिर पर नुकीले धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। हत्या की खबर लगते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सूचना के बाद सीओ (बड़ागाव), थाना प्रभारी व फील्ड यूनिट की टीम ने पहुंचकर जाच-पड़ताल की। मृतक अविवाहित रहा। घटना का कारण पुरानी रंजिश बताई जा रही है। मृतक के भतीजे के आरोप पर ग्रामप्रधान समेत उसके पुत्र व भतीजे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
बताते हैं कि मिर्जामुराद थानातर्गत बहेडवा ग्राम पंचायत के अषाढ़ गाव निवासी स्व.श्रीराम सिंह के पाच पुत्रों में रामचन्द्र सिंह उर्फ खूंटे अविवाहित रहे। खेती-बारी करने वाले रामचन्द्र करीब छह वर्ष पूर्व घर से पाच सौ मीटर दूर हनुमान मंदिर के तालाब के पास अपने खेत मे निजी नलकूप लगवाए थे। रोज की भाति बुधवार की रात दस बजे भोजन कर वृद्ध नलकूप के बाहर चारपाई लगा सो गए। उसी दौरान किसी ने वृद्ध के सिर पर नुकीले धारदार हथियार से वार कर दिया। गुरुवार की सुबह शौच के लिए निकले ग्रामीणों की नजर लहूलुहान वृद्ध पर पड़ी। सूचना मिलते ही परिजनों में हड़कंप मच गया। मृतक के वारिस भतीजे अरुण कुमार सिंह उर्फ रिशु का आरोप रहा कि पट्टीदार ग्रामप्रधान से बुधवार की शाम घूर को लेकर विवाद हुआ था। इसके पूर्व भी कई बार विवाद हो चुका है। जौनपुर से वर्ष 2012 में बुलेट लूट के मामले में आरोपी ग्रामप्रधान के मामले में पुलिस द्वारा अरुण उर्फ रिशु को गवाह बनाए जाने के कारण भी दोनों के बीच रंजिश चली आ रही है। परिजनों का कहना रहा कि इससे पूर्व नलकूप के पास रखा पुआल व खेत मे लगी गेंहू की फसल भी फूंक दी गई थी। बुधवार की रात घटना के समय बिजली भी नहीं थी। मृतक के भतीजे की तहरीर पर ग्रामप्रधान हिम्मत बहादुर सिंह उनके पुत्र धीरज सिंह, भतीजे सोनू सिंह व भाई मानबहादुर सिंह के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। उधर, ग्रामप्रधान का कहना है कि राजनीतिक खुन्नस को लेकर साजिशन हत्या का गलत आरोप लगाया गया है। ग्रामीणों में भी वृद्ध की हत्या को लेकर दबी जुबान तरह-तरह की चर्चा होती रही।
रिपोर्ट-:कमलेश गुप्ता रोहनिया वाराणसी