बरेली। दीपावली पर जहां एक ओर बाजार में रंगीन झालरों, आखों को चकाचौध करने वाली लाइट मौजूद है। वही गरीब लोग अपनी दिवाली मनाने के लिए दीयों को बेच रहे है। श्यामगंज चौराहे के पास करीब एक दर्जन से अधिक लोग मिट्टी के दीये बेच रहे है। पहले के मुकाबले इस बार दीयों के रेट में काफी अंतर आया है। जहां पहले 25 रुपये के सैकड़ा दीये मिल जाते थे। अब उनके दाम बढ़कर पचास रुपये सैकड़ा तक हो गए है। बाजार में पंचमुखी दीये की कीमत पच्चिस रुपये है। इस बार बढ़िया डिजाइनों में भी दीये मिल रहे है, जिसमें दीवट आदी भी शामिल है। आधुनिकता के इस युग में भले ही सुंदर-सुंदर रंग-बिरंगी लाइटें बाजार में मौजूद है लेकिन उसके बाद भी लोग जमकर दिवाली मनाने के लिए दीयों को खरीद रहे हैं। लोग इस बार चाईनीज झालरों से तौबा करते नजर आ रहें है। जिस कारण इसको बेचने वाले गरीब दुकानदारों के चेरहे पर हल्की सी चमक जरूर है। इस बारे मे दीये बेचने वाले दुकानदारों ने बताया अभी दिवाली में समय है। फिलहाल दुकानदारी सही हो रही है। दिवाली पर इस बार काफी उम्मीद है। अगर अच्छी दुकानदारी होती है तो उनकी दिवाली रोशन हो सकेगी। उन्हें काफी आस है। बीते दो साल कोविड के कारण काफी फर्क पड़ा था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।।
बरेली से कपिल यादव