बरेली। पुलिस की वीभत्स तस्वीर अभी देखने को मिल रही है जबकि पुलिस अधिकारी सोशल पुलिसिंग का राग अलापकर पुलिस के रवैए में सुधार लाने की बात करते है। ऐसे ही तस्वीर बारादरी पुलिस की सामने आई है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इन दिनो आंशिक लॉकडाउन लगा हुआ है। इसमें बिना वजह घूमने वालों और बिना मास्क लगाए निकले लोगों पर पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है। जिले मे मास्क नहीं लगाने पर सख्त कार्रवाई का एक मामला सामने आया है। जिसमे महिला का आरोप है कि उसके बेटे रंजीत को पुलिस के तीन सिपाही मास्क नहीं लगाने पर थाने उठा ले गए। वहां से उसे गायब कर दिया गया। तलाशने पर बेटा मिला तो मरणासन अवस्था मे था। उसके हाथ और पैर में कीलें गड़ीं हुई थी। महिला ने मामले की शिकायत एसएसपी से की है। आपको बता दे कि जिले के थाना बारादरी क्षेत्र का है। थाना बारादरी में शहर के जोगी नवादा की रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसका 28 वर्षीय बेटा रंजीत सोमवार की रात करीब दस बजे अपने घर के बाहर बैठा हुआ था। आरोप है इसी बीच चौकी की पुलिस के तीन सिपाही उसके बेटे को मास्क न लगा होने की वजह से उठाकर थाने ले गए थे। जब चौकी से पता किया गया तो जानकारी मिली कि उसके बेटे को कहीं भेजा गया है मैं थोड़ी देर में घर पहुंच जाएगा लेकिन काफी देर तक उनका बेटा रंजीत घर नहीं पहुंचा लेकिन काफी तलाशने के बाद बेटा मरणासन अवस्था में मिला और उसके हाथ पैरों में कीले गड़ी हुई मिली। जब इसकी जानकारी दोबारा चौकी पुलिस को दी गई तो वह उल्टा पीड़ित को ही जेल भेजने की बात कह रहे हैं। जिसको लेकर पीड़ित की मां ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पास गुहार लगाई है। एसएसपी ने मामले की जानकारी की तो पता चला कि युवक ने खुद ही पूरा षणयंत्र रच लिया और सिपाहियों पर आरोप लगा दिया। मामले की जांच कराई जा रही है। युवक की मांं का कहना है कि पुलिस के आला अधिकारी अपने कर्मचारियों को बचाने के लिए उनके बेटे पर ही आरोप लगा रहे है।।
बरेली से कपिल यादव