प्रयागराज।बरेली में तैनात पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या और उनके पति सफाईकर्मी आलोक मौर्या के विवाद में उनके परिवार से एक नई बात सामने आई है।ज्योति की जेठानी अध्यापिका शुभ्रा मौर्या अपने पति से अलग रह रही हैं।इस बात की पुष्टि खुद शुभ्रा ने की है। शुभ्रा का कहना है कि उनके साथ भी ज्योति की तरह धोखाधड़ी हुई है।वह भी आलोक के परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने जा रही हैं।
शुभ्रा का आरोप है कि मेरे पति विनोद मौर्या शराब पीकर आए दिन मुझसे मारपीट करते थे। 2018 में भी मैंने इन लोगों के खिलाफ एफआईआर करवाने करने के लिए कर्नलगंज थाने में प्रार्थना पत्र दिया था पर एफ आई आर नहीं हो पाई। 10 जुलाई को मुझे जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद भी मैंने एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन कहीं लिखी नहीं गई।इसके बाद 15 जुलाई को मुझे फिर से 112 डायल करना पड़ा,क्योंकि मेरे पति और उनके परिजनों ने मेरे घर आकर हंगामा किया था।
मुझे मिल रही धमकियां
शुभ्रा का कहना है कि पुलिस आई और समझा कर चली गई।मेरे पति को साथ भी ले गए लेकिन तब से वो मुझे धमकी पर धमकी दिए जा रहे हैं।अगर तुमने कुछ किया तो हम तुम्हें बदनाम कर देंगे।मैं ट्रेन के आगे कूदकर मर जाऊंगा। उसकी जिम्मेदार तुम होगी, तुम्हारा परिवार और मां होगी।मेरे घरवालों को भी लगातार धमकियां दी जा रही हैं।जो चैट मुझे भेज रहे हैं वही चैट मेरे घर वालों भी भेज रहे हैं, अब यह कंडीशन आ गई है कि अगर मेरी एफआईआर समय पर हो गई होती तो मुझे इतना मेंटल टॉर्चर नहीं सहना पड़ता।
रिश्ते के समय कहा गया था झूठ
शुभ्रा का कहना है कि जब विनोद का रिश्ता मेरे लिए आया था तो हमारे परिवार से बताया गया था कि विनोद पुलिस इंटेलिजेंस ब्यूरो में अफसर हैं,जबकि शादी के बाद मुझे पता चला कि वो तो एक क्लर्क हैं।ज्योति के साथ भी आलोक ने ऐसा ही किया।उन्होंने भी खुद को ग्राम पंचायत अधिकारी बताया था, जबकि वह सफाई कर्मी हैं।
शुभ्रा का कहना है कि पैसों के लिए मुझे, ज्योति और मेरी एक जेठानी को भी ससुराल वाले प्रताड़ित करते हैं।हर समय पैसों की डिमांड करते हैं।जब शादी हुई थी तो मेरे परिवार ने 5 लाख की गाड़ी, पांच लाख कैश, 5 लाख के जेवर दिए थे।मेरे घर वालों ने इन्हें एक प्लॉट भी दिया है।
2018 से ज्यादा करने लगे मारपीट
शुभ्रा का कहना है कि शादी के बाद हमारी एक बेटी हुई। फिर 2018 में दूसरी बेटी हुई।उसके बाद मुझे बहुत ज्यादा टॉर्चर देना शुरू कर दिया। 2018 में मारपीट होने के बाद मैंने एफआईआर दर्ज करवाने का सोचा था,लेकिन मेरी एफआईआर दर्ज नहीं की गई।उसके बाद भी चीजें चलती रहीं और ये लोग मुझे टॉर्चर देते रहे।इसके बाद मेरे घरवालों ने मुझे प्रयागराज में एक घर खरीदकर दिया।उसका भी ट्रांजेक्शन है मेरे पास। उस घर को खरीदने में मैंने भी अपना कुछ पैसा लगाया। मेरे ससुर ने इसके लिए भी कहा कि उस मकान को बेचकर मैं विनोद को पैसे दे दूं।
पति ने कहा था कि घर से निकाल दूंगा
शुभ्रा का कहना है कि मैं अब तक इनके साथ ही रह रही थी। जब ज्यादा मारपीट होने लगी गंदी-गंदी गालियां देने लगे।मेरा बहुत ज्यादा टॉर्चर हो गया था। लग रहा था कि यह रिलेशन अब बिल्कुल भी नहीं चल पाएगा।कुछ दिन पहले मेरे घर वाले आए उन्होंने बात की।उसी समय उन्होंने कहा कि मैं इसे घर से निकाल दूंगा। फिर इतना कहने के बाद मेरे साथ रात में मारपीट हुई,जिसके बाद मैंने विनोद का घर छोड़ दिया।अब मैं अलग रह रही हूं।