बरेली। माफिया अतीक के भाई अशरफ से जेल मे अवैध रूप से मुलाकात के मामले मे वांछित उसके गुर्गे मुहम्मद अजहर ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। लंबे समय से बिथरी चैनपुर थाने की पुलिस उसकी तलाश मे जुटी थी। विवेचना के दौरान अजहर का नाम प्रकाश मे आया था। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है। वर्ष 2023 मे जेल चौकी प्रभारी उप निरीक्षक अनिल कुमार ने बिथरी थाने मे मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि जेल मे एक ही पर्ची पर छह-सात लोगों को अशरफ से अवैध रूप से मिलवाया जाता है। इस मामले मे उस वक्त कई जेल के अधिकारी निलंबित हुए थे व कुछ को कारण बताओं नोटिस दिया था। इसके अलावा पुलिस ने कई लोगों को जेल भी भेजा था। विवेचना मे जगतपुर निवासी मुहम्मद अजहर का भी नाम खुला लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त मे नही आया। 10 अक्टूबर को उसने कोर्ट मे सरेंडर कर दिया। इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख 29 अक्टूबर लगी है। पुलिस के मुताबिक जेल मे अशरफ से मुलाकात का नियम अलग ही चलता था। किस गवाह और अधिकारी को धमकाना है। इसकी पूरी योजना जेल मे ही तैयार होती थी। जिसमें प्रमुख रूप से लल्ला गद्दी व सद्दाम शामिल होता था। जेल से ही अशरफ से बात भी कराई जाती थी। इसके एवज में जेल अधिकारी कर्मचारियों को तमाम उपहार आदि दिए जाते थे। जेल के अंदर रुपये, बेहतर खाना आदि पहुंचाने की जिम्मेदारी कैंटीन संचालक दयाराम उर्फ नन्हें की होती थी। वह ही कैंटीन के सामान के साथ अशरफ के लिए रुपये, खाना व अन्य सामान लेकर जाया करता था। इसमें भी अधिकारियों की मिलीभगत होती थी। इसकी पुष्टि दयाराम के मोबाइल और जेल के सीसीटीवी कैमरों से भी की गई थी।।
बरेली से कपिल यादव