रोहतक/हरियाणा- मानदेय बढ़ोतरी, कर्मचारी घोषित करने, बकाया मुनादी भत्ते और बेगारी खत्म करने की मांग को लेकर रोहतक जिले के ग्रामीण चौकीदारों ने हरियाणा ग्रामीण चौकीदार सभा (सीटू) के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन कर डीडीपीओ के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन।
प्रदर्शन से पहले जिले के ग्रामीण चौकीदार स्थानीय मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए और हरियाणा ग्रामीण चौकीदार सभा के जिला प्रधान भगत सिंह की प्रधानता में मीटिंग की। मीटिंग में यूपी के उन्नाव बलात्कार कांड में सभी दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग करते हुए बलात्कार पीड़िता और उसके परिवार को के हत्या के घिनौने हथकंडे अपनाए जाने की कड़ी शब्दों में निंदा की गई।
मीटिंग को संबोधित करते हुए ग्रामीण चौकीदार सभा के प्रदेश महासचिव रामचंद्र सिवाच और सीटू जिला प्रधान सतबीर पाकस्मा ने कहा कि हरियाणा के ग्रामीण चैकीदार दलित व पिछड़े वर्ग से आते हैं। हरियाणा के ग्रामीण चौकीदार को 7000 रुपए प्रतिमाह मानदेय मिलता है, जो कि हरियाणा के न्यूनतम वेतन से भी कम है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को 11000 रुपए प्रतिमाह वेतन दिया जाता है। इसी प्रकार आगनवाड़ी वर्करों को भी 11500 रुपए प्रति माह दिया जाता है। 1 अप्रैल, 2018 के बाद चौकीदार के मानदेय को बढ़ौतरी नहीं हुई है जबकि महंगाई काफी बढ़ गई है।
मीटिंग में बोलते हुए सीटू जिला सहसचिव कामरेड विनोद और चौकीदार सभा के जिला प्रधान भगत सिंह ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लोकसभा में संख्या बल के सहारे धक्केशाही के साथ पास करवाए गए वेतन संबंधी संहिता (वेज कोड) को मजदूर विरोधी है। उन्होंने बताया कि जिस वेतन संबंधी संहिता (वेज कोड) को लोकसभा में पारित किया गया है, वह न्यूनतम मजदूरी की गणना के मानदंडों को नष्ट कर देती है।
दोनों नेताओं ने कहा कि प्रस्तावित वेज बोर्ड लंबे काम के घंटे का दरवाजा खोलती है और साथ ही मालिकों की जांच और दंड प्रणाली को भी कम करती है। इस संहिता के खिलाफ कल 2 अगस्त को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर होने वाले देशव्यापी प्रतिरोध में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी करने का आह्वान भी किया।
प्रदर्शन को जिला सचिव धर्मवीर किलोई, सांपला ब्लाक के प्रधान धर्मवीर कुताना, ब्लॉक सचिव संजय चुलियाणा, कलानौर ब्लाक के प्रधान अजीत गरनावठी, लाखनमाजरा ब्लाक के प्रधान रामनिवास, जिया लाल, वजीर सीसर, नरेश, राजवीर पाकस्मा, कृष्ण कलानौर, रामकिशन बैंसी, आजाद व राम सिंह ने भी संबोधित किया।
ग्रामीण चौकीदारों की प्रमुख मुख्य मांगें में हरियाणा के ग्रामीण चौकीदारों को चौथे दर्जे का कर्मचारी घोषित किया जाए। जब तक चौकीदारों को पक्का नहीं किया जाता, 18000 रुपए न्यूनतम वेतन दिया जाए। सरपंचों व पंचों के हस्ताक्षर करवा कर मानदेय देने की प्रथा खत्म करके मानदेय सीधा खातों में आए।
अन्य मांगों में बकाया मुनादी भत्ते का भुगतान जल्द से जल्द हो। रिटार्यटमेंट के समय चैकीदारों को 2 लाख रुपए दिए जाए। चौकीदारों पर लगाई गई शर्तें वापिस ली जाए। सभी ग्रामीण चौकीदारों को 100-100 गज के रिहायशी प्लाट दिए जाएं व प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनवाए जाए।
– हर्षित सैनी, रोहतक