माँ बाप की इज़्ज़त करने से सवंरती है जिंदगियां

भदोही-कालन्नबी सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम दोनों जहां के मालिको मुख्तार सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने फरमाया कि रजब का महीना अल्लाह का महीना शाअबान का महीना मेरा महीना है और रमजान का महीना मेरे महबूब उम्मतियों का महीना है । उक्त बातें इमामे ईदगाह हाफिज अशफाक़ रब्बानी ने जुमे की नमाज़ से क़ब्ल तक़रीर करते हुए कहा की रजब का महीना बहुत ही मुतबर्रक़ महीना होता है इस महीने में रसूले क़ायनात सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम कसरत से रोज़ा रखते थे। कहा ये महीना रमज़ान महीने का खैरमकदम करने वाला महीना होता है। इस महीने में कसरत से इबादत करें। श्री रब्बानी ने कहा की इस महीने की 6 तारीख को अता-ए-रसूल सुल्तानुल हिन्द ख्वाज-ए-ख्वाज़गान ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती संजरी रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स मोबारक होता है। कहा गरीब नवाज़ आक़ा सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम की बारगाह से हिन्दुस्तान की सरज़मीं पे तशरीफ़ लाये जहां दीन का पैगाम लोगो तक फैलाये मानवता इंसानियत दया मोहब्बत का ऐसा दीप जलाया की आज पूरी क़ायनात रौशन है। कहा गरीब नवाज़ का हर लम्हा यादे परवरदिगार में होता हर वक़्त अल्लाह की रज़ा चाहते और सुन्नते खैरुल अनाम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम को अपने ज़िन्दगी में अपनाते हुए दिन की ख़िदमत करते रहे। कहा नमाज़ को क़ायम करो अपने माँ-बाप की ख़िदमत करो और सुन्नते आक़ा सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम को अपनाते हुए ज़िन्दगी को बशर करो ज़िन्दगी कामियाब होती हुई नज़र आएगी तुम जिधर से गुज़रोगे तो ज़माना पुकार उठेगी देखो गुलामाने खैरुल वरा सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम जा रहा है। अपने किरदार को बदलो ज़माना खुद बदलता हुआ नज़र आएगा। गरीबो मिस्कीनों यतिमो की मदद करो कमज़ोरों बेसहारो और गिरतो को उठाओ अपने पड़ोसियों से मोहब्बत करो यही फरमाने मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम है और यही अल्लाह के वालियों ने ज़माने को दर्स दिया।अल्लाह हमें अपने हबीब स.के सुन्नतो पे चलने की तौफ़ीक़ अता फरमाये और वालियों के दर से निस्बत रखने की मोहब्बत अता करे।श्री रब्बानी ने अपने मुल्क और शहर में अम्नो अमां के लिए बारगाहे परवरदिगार में दुआ की।
-पत्रकार आफ़ताब अंसारी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *