बरेली। जनपद के थाना सीबीगंज क्षेत्र मे हुई एक विधवा महिला की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने मंदिर के पुजारी को गिरफ्तार किया है। हत्यारोपी पुजारी से महिला के 12 साल से संबंध थे। पुजारी के घरवालों को इसकी भनक लग गई थी। इस वजह से विवाद होता था। महिला को रास्ते से हटाने के लिये पुजारी ने हत्या की साजिश रची थी। उसने महिला को दफनाने के लिये गड्ढा भी खोद लिया था। एसपी सिटी राहुल भाटी ने हत्या का खुलासा कर आरोपी पुजारी को जेल भेज दिया है। थाना सीबीगंज क्षेत्र के गांव खड़ौआ मे 20 जुलाई को ऊषा देवी का शव मंदिर से कुछ ही दूरी पर पड़ा मिला था। मंदिर में पूजा करने आ रहे लोगों ने शव को पड़ा देखा तो पुजारी ढाकन लाल ने ही इसकी सूचना मृतका के बेटा-बेटी को दे दी। जिससे उस पर कोई शक न करे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने साक्ष्य एकत्रित करने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी। एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि ऊषा देवी 19 जुलाई को मंदिर गई हुई थी। जिसके बाद वह घर नही लौटी। पुजारी ढाकनलाल उर्फ भगत जी महिला की बेटी और बेटे के लगातार संपर्क में था। महिला के बेटा-बेटी लगातार अपनी मां को ढूंढते रहे लेकिन ढाकन लाल उन्हें गुमराह करता रहा। जहां उसने महिला की हत्या कर शव को फेंका। वहां जाने ही नही दिया। साथ ही पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा। महिला का करीब 17 से 18 सालों से मंदिर पर आना जाना था। ज्यादातर समय वही बिताती थी। ग्रामीणों के मुबातिक दोनों में संबंध थे। महिला के पति की पहले ही मौत हो चुकी थी। मंदिर के दान पात्र में जो भी आता था। वह दोनों ही आपस में बांट लेते। ऊषा देवी और ढाकन लाल के संबंध के बारे चर्चा गांव में भी होने लगी। महिला का भरण पोषण भी ढाकन लाल ही करता। इस वजह से ढाकनलाल के घर वाले नाराजगी जताते थे। पीछा छुड़ाने के लिए ढाकन लाल ने षड्यंत्र रचा। महिला की गला दबाकर हत्या की फिर शव को मंदिर के कुछ ही दूरी पर फेंक दिया। मंदिर पर आने वाले लोगों ने शव को सुबह करीब 11 बजे देखा तो हड़कंप मच गया। ढाकन लाल ने ही शव मिलने की सूचना मृतका के बेटा-बेटी को दी। फिलहाल पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है।।
बरेली से कपिल यादव