बरेली। नगर निगम ने करोड़ों की रकम खर्च करके शहर मेंं जगह जगह पर महिलाओं केप्रयोग के लिए पिंक टायलेटों का निर्माण करवाया है। खलील स्कूल के पास कुतुबखाना जाने वाले मार्ग पर कार्नर पर पिंक टायलेट बना हुआ है। महिलाओं की सुविधा के लिए नगर निगम ने महिला कर्मी के रूप मे केयर टेकर तैनात की है। जिस महिलाओं को शौच के साथ मासिक धर्म होने पर उनको सैनेट्री नैपकिन उपलब्ध कराने की भी जिम्मेदारी रहती है। लेकिन यहां पर केयर टेकर मुन्नी नाम की महिला है। मगर पिंक टॉयलेट पर मुन्नी ने अपने चाचा अनोखेलाल को बैठा दिया है। यहां पर कई पुरूष भी बातचीत करते देखे जाते है। जिस कारण महिलाएं पिंक टायलेट का उपयोग करना उचित नहीं समझ रही है। इस खेल में नगर निगम के कई चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी शामिल है। फिर भी नगर निगम के अफसर अनजान बने हुए है। महिलाओं की सुविधा के लिए नगर निगम शहर भर में विभिन्न स्थानों पर करोड़ों की रकम खर्च करके पिंक टायलेटों का निर्माण करवा रहा है। बीस से ज्यादा पिंक टायलेटों को कंपलीट करके उनमें केयर टेकर के रूप में महिलाओं को तैनात किया गया है। लेकिन महिलाओं ने स्वयं के बजाए अपने निकट संबंधियों और रिश्तेदारों को तैनात कर दिया है। महिलाओं के टायलेट में पुरूषों का जमाबड़ा रहता है। जिस कारण महिलाएं प्रयोग करने से बच रही है। शासन के निर्देश के बाद यदि कोई महिला पिंक टायलेट में आती है तो मासिक धर्म के चलते उसको निशुल्क नैपकिन उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। हर महीने कई पैकेट उपलब्ध करवाए जा रहे है लेकिन केयर टेकर महिलाओं के बजाए मेडिकल या घर पर पहुंच रही है। फर्जी तरीके से रजिस्टर मेनटेन कर नगर निगम को रिपोर्ट प्रेषित की जा रही है। खलील स्कूल के पास पिंक टायलेट के केयर टेकर रूम में कूलर वालों ने कूलर की घास रखवाकर कूड़ाघर बना दिया है। केयर टेकर रूम में वक्त बेवक्त कई रिक्शा चालक आपसी हंसी मजाक करते देखे जा सकते है। अपर नगर आयुक्त अजीत प्रताप सिंह का कहना है कि महिलाओं के लिए बनाए गए पिंक टायलेट में महिला केयर टेकर को तैनात किया गया है। यदि पुरूष बैठा पाया जा रहा है तो गलत है। टीम को भेजकर दिखवाया जाएगा। उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव