बिहार : (लखीसराय) बच्चियों के साथ बलात्कार की घटनाएं आने के बाद में हर तरफ से आरोपियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग उठ रही थी। ऐसे में केंद्रीय कैबिनेट ने पाक्सो एक्ट में संशोधन को मंजूरी देकर बड़ा काम किया है। राष्ट्रपति की मंजूरी मिलते ही यह कानून अमल में आ जाएगा। इसके बाद 12 वर्ष से कम आयु की बच्चियों के साथ बलात्कार करने वालों को सजाए मौत मिलेगी। केंद्र सरकार के इस कदम का चानन की बेटियों ने स्वागत किया है। हालांकि उन्होंने मोदी सरकार से अपील की है कि वह अपने निर्णय को बदलकर हर बलात्कारी को मौत की सजा देने का प्रावधान करे। इस संबंध में छात्रा शुस्मिता कुमारी, मधु कुमारी ने कहा कि मात्र नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले को ही फांसी क्यों हो। हर बालिग, नाबालिग, बुजुर्ग या किसी को भी महिला के साथ दुष्कर्म करने पर सिर्फ और सिर्फ मौत की सजा ही होनी चाहिए। छात्रा रिंकी कुमारी ने केंद्रीय कैबिनेट के इस निर्णय को एकदम सही करार देते हुए कहा कि ऐसे कानून की जरूरत बहुत पहले थी। छात्रा मनीषा कुमारी ने अपील करते हुए कहा कि केंद्रीय कैबिनट के इस फैसले को राष्ट्रपति जल्द मंजूर किया है जो कि स्वागत योग्य है कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे वविता कुमारी व पुतुल कुमारी ने इस पर अपनी प्रतिक्रियादी है कि नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने वाले को फांसी की सजा के हक में बात करते हुए समाज सेवक माया देवी ने कहा कि देश भर में उस समय सभी लोग जाग जाते हैं, जब किसी बेटी के साथ इस प्रकार की घिनौनी घटना होती है। देशवासियों को ऐसे कठोर कानून बनाने की वकालत के लिए खुल कर सामने आना चाहिए, ताकि भारत की हर बेटी का सम्मान सुरक्षित रहे। अब यदि कोई बच्चियों से दरिंदगी करेेगा तो उसे मौत का डर तो सताएगा ही । इसलिए केंद्र सरकार का यह कदम स्वागत जोग है।
-नसीम रब्बानी, पटना/ बिहार