बरेली। दशलक्षण पर्व के समापन पर आए क्षमावाणी पर्व पर जैन मंदिर बिहारीपुर मे मध्याह्न भगवान श्री महावीर स्वामी की पालकी यात्रा निकाली गई। यात्रा कुतुबखाना चौराहा, जिला हॉस्पिटल रोड, सिटी पोस्ट ऑफिस होते हुए पुनः बिहारीपुर जैन मंदिर पहुंची। पालकी यात्रा के लिए इंद्रो का चुनाव कूपन के माध्यम से किया गया। पीत वस्त्रों को धारण कर इंद्रो ने भगवान की पालकी को उठाया और मंगल घंटे व बैंड बाजों की धुन पर धर्मावलंबी झूमते हुए यात्रा में सम्मिलित हुए। मीडिया प्रभारी सौरभ जैन ने बताया कि जब आप क्षमा करते हैं तो दूसरों के खिलाफ आगामी आक्रोश का अंत कर मतभेद, खिलाफत पर विराम लगाते हैं। फिर दूसरों को सजा देने का मन में कोई शोर नहीं होता और हर प्रकार की हिंसा का अंत होता है। मंदिर के मंत्री प्रकाश चंद्र जैन ने कहा की विश्व इतिहास में पहला पर्व है जिसमें शुभकामनाएं, बधाई, उपहार न देकर अपने जाने अनजाने समस्त गलतियों, अपराधों के लिए क्षमा याचना की जाती है। यात्रा के मंदिर पहुंचने पर मंत्रोंचार के साथ भगवान का अभिषेक व प्रक्षाल किया गया। इसके बाद पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल ने क्षमावाणी पर्व को पावन और पुनीत पर्व बताते हुए कहा कि क्षमा मांगने की शुरुआत सर्वप्रथम वह करती है। मेधावी छात्र-छात्राएं उर्वी जैन, सौमिल जैन, अंशिका जैन, राशि जैन, जिनेश जैन, तनिष्का, अवनी, वृद्धि आदि तथा तेला और बेला उपवास हेतु अभिषेक व कविता जैन, वरिष्ठ नागरिक में पीसी जैन, अनिल जैन, कविता जैन को संस्कार शिविर, सागर मध्यप्रदेश में प्रतिभाग के लिए सम्मानित किया गया।।
बरेली से कपिल यादव