महात्मा ईशर दास के नाम से राजस्व गांव बनने पर साहित्यजगत में खुशी की लहर

राजस्थान/बाड़मेर- प्राचीन डिंगल साहित्य में भौम नमो भाद्रेस के विरद से विभूषित बाड़मेर जिले के भादरेस गांव में नवीन राजस्व गांव महात्मा ईशरदास नगर बनने पर महात्मा ईसर दास के साहित्य को समर्पित सभी प्रबुद्ध जनों में खुशी की लहर है । चंडीदान बारहठ ने बताया कि राजस्व विभाग ने भादरेश पुनसिया ग्राम पंचायत में नवीन राजस्व गांव महात्मा ईशरदास नगर की स्वीकृति प्रदान की है।

साहित्यकार कुमेर कविराज ने बताया कि भादरेश गांव पिछले हज़ार साल से साहित्य को समर्पित गांव रहा है। भादरेश में अवतरित भक्त कवि महात्मा ईसर दास की ख्याति संपूर्ण राजस्थान और पश्चिमी भारत में समान रूप से है। डिंगल साहित्य में उनका नाम अद्वितीय है । यह धरा कवि श्रेष्ठ आशा जी बारहठ समेत अनेक कवियों की जन्मस्थली रही है। सरकार ने साहित्य को समर्पित इस गांव में महात्मा ईशर दास के नाम से राजस्व गांव बनाकर सराहनीय कार्य किया है।

भादरेस के सामाजिक कार्यकर्ता मनोहर बारहठ भादरेश ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ,धरोहर एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत , बाड़मेर भाजपा जिलाध्यक्ष अनंत राम विश्नोई , बाड़मेर विधानसभा प्रत्याशी दीपक कड़वासरा , सरपंच आलाराम कुमावत का आभार व्यक्त किया। डिंगल के सभी प्रमुख साहित्यकारों ने महात्मा ईशर दास के नाम से गांव बनने पर शुभकामनाएं प्रेषित की है।

– राजस्थान से राजूचारण

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