बरेली। जनपद मे धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह में शामिल आरोपी ग्राम रहपुरा चौधरी इज्जतनगर निवासी महमूद वेग का पांच दिन का पुलिस रिमांड खत्म होने पर उसे शुक्रवार को कोर्ट में जेल भेज दिया गया। आरोपी की निशानदेही पर उसके घर के बाहर बने मस्जिद से धार्मिक दस्तावेज समेत अन्य कागजात बरामद किए गए है। अलीगढ़ के इन्द्रपुरी क्वारसी थाना महुआ खेड़ा निवासी अखिलेश कुमारी ने भुता थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि ग्राम फैजनगर के मदरसे में रख कर उसके जन्मांध जीआईसी शिक्षक बेटे प्रभात उपाध्याय को दूसरी शादी का झांसा देकर धर्म परिवर्तन कराने के लिए आरोपी लगातार ब्रेनवॉश कर रहे हैं। पुलिस टीम ने मदरसे में छापा मारकर मौके से मदरसा संचालक मुख्य आरोपी अब्दुल मजीद समेत चार आरोपियों को जेल भेजा था। इसके साथ ही धर्मांतरण के आरोपी महमूद बेग को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करते हुए पांच दिन के रिमांड पर लिया था। पुलिस ने आरोपी के निशानदेही पर आरोपी के घर के बाहर बनी मस्जिद से पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट व वीजा की छायाप्रति, प्रभात उपाध्याय का कन्वर्जन सर्टिफिकेट, ब्रजपाल उर्फ अब्दुल्ला के कन्वर्जन सर्टिफिकेट की छायाप्रति और आठ धार्मिक किताबें बरामद की गई हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है। वह और अब्दुल मजीद, सलमान, आरिफ और फईम जिलों और राज्यों में जाकर हिन्दू धर्म को मानने वाले लोगों में से परेशान लोगों से दोस्ती बढ़ाते हैं। इसके बाद खुद से जोड़ते हैं और उनकी परेशानी दूर करने का लालच देते हैं। 25 अगस्त को जब इसके साथी धर्म परिवर्तन के मामले में जेल गये थे तब यह भी वहीं फैजनगर मदरसे प्रभात उपाध्याय उर्फ हामिद का धर्म परिवर्तन करवा रहा था, लेकिन वह दो घंटे पहले वहां से निकल गया था।।
बरेली से कपिल यादव