बरेली। मशहूर शायर राहत इंदौरी के इंतकाल पर बज़्म ए गौसे ए आजम तंजीम की तरफ से खिराज ए अकीदत पेश की गई। तंजीम के कार्यालय पर बैठक करके राहत इंदौरी की लिखी हुई। शायरी को नम आंखों से याद किया। राहत इंदौरी के इंतकाल को उर्दू अदब और शायरी के लिए एक बहुत बड़ा नुकसान बताया गया। अपनी कलम और जुबान से हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में जादू बिखेरने वाले राहत इंदौरी को हमेशा याद किया जाता रहेगा। गजलों में उनके नए प्रयोग उनके जुदा तेवर और लफ्जों के साथ खेलने का सलीका हमेशा याद किया जाएगा। भावनाओं पर उनकी जबरदस्त पकड़ सियासत के पाखंड को बेनकाब करने का उनका बेखौफ अंदाज और समकालीन मुद्दों की पड़ताल की। उनकी अदा मुशायारों को एक अलग स्तर तक ले जाती थी। आखिर में राहत इंदौरी साहब के लिए दुआ ए मगफिरत की गई। इस मौके पर तंजीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद रजा नूरी, राष्ट्रीय महासचिव समरान खान, तमहीद युसूफ, इरफान, नूरी, सुब्हान रजा, मुस्तफा नूरी, राशिद खान, शजेब खान, अजहर हुसैन, मोबीन खान, जावेद, शारिक रजा, शानू समेत अन्य मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव