बरेली। खानकाह-ए-नियाजिया में गुरुवार को छोटे जश्ने चिरागा का आयोजन हुआ, जिसमें शहर और दूर दराज से आई महिलाओं ने मन्नतों के चिराग रोशन किए। शुक्रवार को खानकाह में बड़े चिरागा का आयोजन होगा। जिसमें सभी धर्मों के लोग शामिल होंगे। खानकाह-ए-नियाजिया में 250 साल से जश्ने चिरागा की परंपरा आज भी जारी है। गुरुवार शाम खानकाह पर चिरागा करने के लिए महिलाओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया। शाम 7 बजे तक चिराग रोशन करने के लिए महिलाओं की लंबी लाइन लग गई। खानकाह-ए-नियाजिया के प्रबंधक जुनैदी मियां नियाजी ने बताया कि मगरिब की नमाज बरसों से चली आ रही चिरागों को रोशन करने की परंपरा के बाद फातिहा ख्वानी के बाद सज्जादानशीन मेहंदी मियां नियाजी ने लोगों को जलते हुए चिराग बांटे। जश्ने चिरागा को लेकर खानकाह के आसपास पुलिस मुस्तैद रही। वहीं खानकाह के पास चिरागा में आने वाले लोगों के लिए मेडिकल कैंप भी लगाया गया। देर रात खानकाह मे सूफी फनकारों ने कलाम पेश किए। इस दौरान बड़ी संख्या में अकीदतमंद मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव