बरेली। जिला मुख्यालय में ई स्टाम्प पेपर की स्टाम्प वेंडर खुलेआम कालाबाजारी कर रहे हैं। उनकी कमी दिखाकर कई गुना अधिक दर लोगों से वसूला जा रहा है। जिले मे जब से ई स्टांप की व्यवस्था लागू की गई है। तभी से ई स्टांप अपनी मूल कीमत से काफी अधिक कीमत पर बिक रहा है। जिससे जनता व अधिवक्ताओं को बेहद असुविधा हो रही है। ई-स्टाम्प को बढ़ावा और भौतिक स्टाम्प के इस्तेमाल को सीमित करने पर शासन से स्पष्ट गाइडलाइन नहीं आने का फायदा ई-स्टाम्प वेंडर उठा रहे हैं। 50 और 100 रुपये वाले भौतिक स्टाम्प की कीमत ग्राहक देखकर तय हो रही है। कोई रेट नहीं है, 200 से 500 रुपये तक बढ़ाकर स्टांप बेचे जा रहे है। ई स्टांप की कालाबाजारी की शिकायत एडवोकेट यशेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री को ट्वीट कर दी। एडवोकेट यशेन्द्र सिंह ने बताया कि जब अन्य अधिवक्ताओं से ई स्टांप की जानकारी करने पर पता चला कि कचहरी परिसर में ई स्टांप के नाम पर लूट मची हुई है। प्रत्येक स्टांप पर मूल्य से अधिक धनराशि की वसूली की जा रही है। लेकिन प्रशासन का इस तरफ ध्यान नहीं है। ई स्टांप वेंडर धड़ल्ले से अवैध वसूली में लगे हुए है। जिससे सभी को बहुत परेशानी हो रही है। अगर सरकार द्वारा जल्द इस पर कोई कठोर कदम नही उठाया गया तो यह अवैध बसूली और ज्यादा बढ़ जाएगी। आगे बताया कि युवा अधिवक्ताओं को साथ लेकर इन स्टाम्प वेंडर्स के खिलाफ एक मुहिम चलाकर जनजागरण अभियान चलाया जाएगा और इस सम्बंध में जल्द ही युवा अधिवक्ताओं की एक बैठक आहूत की जाएगी। यशेन्द्र सिंह एड ने मुख्यमंत्री से की गई शिकायत को सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया गया है ताकि अधिक से अधिक लोग इस मुहिम से जुड़ सके।।
बरेली से कपिल यादव