बरेली। जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि 14 से 18 वर्ष तक के मदरसा छात्र-छात्राओं को मदरसों में ही वैक्सीनेशन कैंप लगाकर टीकाकरण में तेजी लाई जाए। जिलाधिकारी शनिवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में जनपद के मदरसों में अध्ययनरत बच्चों को कोविड-19 के टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने मदरसों के प्रधानाचार्यों से कहा कि हम सभी का दायित्व है कि आने वाले भविष्य को सुरक्षित रखें, बच्चे देश के भविष्य है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से बच्चों को सबसे पहले बचाने की कोशिश की जानी चाहिए। उन्होंने सभी प्रधानाचार्यों से कहा जिन मदरसों में 14 से 18 वर्ष तक के छात्र-छात्राएं पढ़ रहे है और कोविड वैक्सीनेशन से छूट गए है। उनका वैक्सीनेशन जरूर कराया जाए। उन्होंने कहा की मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की सूची तैयार कर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी दो दिन के अंदर उपलब्ध करा दें। जिससे स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सूची के अनुसार वैक्सीनेशन कैम्पों का आयोजन किया जा सके। जिलाधिकारी ने सभी मदरसों के प्रधानाचार्यों से कहा कि जो लोग 60 वर्ष के ऊपर हो गए हैं किन्तु अभी तक उनको प्रथम डोज नहीं लगी है। वह लोग आपके घर के आस-पास रह रहे हों तो उनका वैक्सीनेशन अवश्य करवायें। मुख्य विकास अधिकारी चंद्रमोहन गर्ग ने बताया कि जनपद के सभी विद्यालयों के 14 से 18 वर्ष के छात्र-छात्राओं को विद्यालय खुलवाकर लगभग 165000 बच्चों का वैक्सीनेशन करा दिया गया है। मदरसों के पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का वैक्सीनेशन अपेक्षाकृत कम हुआ है। उन्होंने सभी प्रधानाचार्यों से कहा जो बच्चे छूट गए है उनको वैक्सीनेशन जल्दी ही करवाया जाए।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी चंद्रमोहन गर्ग, मुख्य चिकित्साधिकारी बलवीर सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर डॉ. आर.डी. पाण्डेय, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी योगेश पांडे, डॉ. नसरुद्दीन, डॉ. इरशाद, मदरसों के प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।।
बरेली से कपिल यादव