वाराणसी- मजीठिया वेज बोर्ड की संस्तुतियों को लागू करने, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भी वेज बोर्ड के दायरे में लाने, पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर पत्रकारों व समाचार पत्र कर्मियों ने आज उप श्रमायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया। काशी पत्रकार संघ और समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन डीएलसी मधुर सिंह को सौंपा गया। ज्ञापन में केन्द्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों में संशोधन से सम्बन्धित विधेयक का कड़ा विरोध किया गया।
इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि समाचार पत्र उद्योग में वेज बोर्ड को पूर्व की भांति कायम रखा जाए। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कर्मियों को भी वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट में शामिल किया जाए। पट्रेड यूनियन रजिस्ट्रेशन के लिए मालिकानों की स्वीकृति की अनिवार्यता न लागू हो। उद्योग-संस्थानों को बंद करने के लिए अनुमति के प्रावधानों को पूर्व की भांति रखा जाए। औद्योगिक संस्थानों में वैधानिक रूप से हड़ताल के लिए वर्षों से प्राप्त अधिकार को कायम रखा जाए। संशोधन के जरिये लगभग 48 श्रम कानूनों को समाप्त कर चार नए श्रम कानूनों में समाहित करने का प्रस्तावित प्रावधान रद किया जाए। नए कोड ऑफ वेज बिल को रद किया जाए। कर्मचारियों के लिए 34 गम्भीर बीमारियों के सन्दर्भ में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआई) की सुविधा पूर्व की भांति लागू की जाए और ईएसआई की सारी सुविधाएं सेवानिवृत्ति के बाद भी बहाल रखी जाए। पत्रकार सुरक्षा कानून तत्काल बनाया जाए।
वक्ताओं ने कहा कि मजीठिया वेज बोर्ड की संस्तुतियों को मीडिया संस्थानों ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बावजूद लगभग एक वर्ष से अधिक की अवधि बीतने के बाद भी लागू नहीं किया है। सम्प्रति देश भर में मजीठिया वेज बोर्ड से सम्बन्धित हजारों मुकदमे श्रम न्यायालयों में लम्बित हैं और कोई निर्णय न होने से पत्रकारों को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो इसके खिलाफ लड़ाई तेज की जाएगी। प्रदर्शन में काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजनाथ तिवारी, महामंत्री मनोज श्रीवास्तव, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार, विकास पाठक, योगेश कुमार गुप्त, सुभाष चन्द्र सिंह, पूर्व महामंत्री डा॰ अत्रि भारद्वाज, प्रेस क्लब के अध्यक्ष चन्दन रूपानी, समाचार पत्र कर्मचारी यूनियन के मंत्री अजय मुखर्जी, काशी पत्रकार संघ के उपाध्यक्ष कमलेश चतुर्वेदी, देवकुमार केशरी, मंत्री पुरूषोत्तम चतुर्वेदी के अलावा शैलेश चौरसिया, सुधीर गणोरकर, एके लारी, रमेश राय, संजय सिंह,
जगधारी, संजय सेठ, जयराम पाण्डेय, देवाशीष भट्टाचार्य सहित काफी संख्या में पत्रकार व गैर पत्रकार शामिल थे।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय