मंदिर के सौंदर्यीकरण को आये धन का दुरुपयोग होने पर ग्रामीणों में रोष

आजमगढ़- शहर से सटे प्राचीन बावा भंवरनाथ मंदिर के पोखरे की सुन्दरीकरण के लिए आये धन का दुसरे मद में खर्च कर दिये जाने से देवखरी के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। मामले की जांच कराये जाने को लेकर बुधवार को लोगों ने जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञाापन सौपा और तत्काल सुन्दरीकरण का काम शुरू कराये जाने की मांग किया। जिलाधिकारी को दिये गये ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि माह जनवरी 2018 में तत्कालीन जिलाधिकारी के निर्देश पर आजमगढ़ विकास प्राधिकरण ने बाबा भंवरनाथ पोखरे का सीमांकन होने के बाद सुन्दरीकरण के लिए प्रोजेक्ट ओर माॅडल तैयार किया था। इस पोखरे को पिकनिक स्पाॅट के रूप में विकसित करने के लिए कुल 434.74 लाख रूपये खर्च होने थे। जिसमें 27 लाख 46 हजार 128 रूपये से टायलेट ब्लाक, 88 लाख 32 हजार 991 रूपये की लागत से पार्क, 2 करोड़ 22 लाख 67 हजार 918 रूपये की लागत से तालाब का सुन्दरीकरण व 41 लाख 93 हजार 599 रूपये से इसके चारों ओर बाउंड्रीवाल का निर्माण होना था। इसके अलावा लोगों को टहलने के लिए चारों तरफ फुटपाथ व सीढ़ी आदि बनाये जाने थे। ग्रामीणों ने बताया कि जिले के अधिकारियों की मंजूरी मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट के लिए शासन से धन भी अवमुक्त हो चुका था लेकिन विभाग ने कार्य शुरू नही करवाया। पूछने पर पता चला कि पोखरे के सुन्दरीकरण के धन को दूसरे मद में खर्च कर दिया गया है। विभाग की इस कारगुजारी से बाबा भंवरनाथ धाम के पोखरे के सुन्दरीकरण का काम लटक गया है। जिसके कारण लोगों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों की बातों को सुनने के बाद जिलाधिकारी ने बताया कि बाबा भवरनाथ के पोखरे के सुन्दरीकरण के लिए आये धन को बन रहे पीएम आवास में लगा दिया गया है। बाद में अगर धन बचेगा तो उससे पोखरे का सुन्दरीकरण किया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में संदीप कुमार सिंह, राजन सिंह, विपिन सिंह, इन्द्र कुमार उपाध्याय, जितेन्द्र सिंह, श्रवण कुमार सिंह, शिवेन्द्र दुबे, मोनू सिंह आदि मौजूद रहे।

रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़

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