बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। मंगलवार को थाना क्षेत्र के गांव रफियाबाद में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय मे बच्ची के एडमिशन को पहुंची महिला से प्रिंसिपल ने अभद्र व्यवहार किया और कक्ष से बाहर निकाल दिया। आरोप है कि प्रिंसिपल ने हड़काकर कहा कि मंत्री का स्कूल नही है यह भारत सरकार का स्कूल है। जानकारी के अनुसार मंगलवार को नवोदय विद्यालय रफियाबाद मे सपना द्विवेदी अपनी बच्ची अपराजिता के एडमिशन के लिये मंत्री के लेटर लेकर प्रिंसिपल से मिलने पहुंची। काफी देर इंतजार के बाद प्रिंसिपल अर्चना मिश्रा से मिलने का मौका मिला तो उन्होंने कहा कि हम अपनी बच्ची के एडमिशन के लिये आये है और स्वतंत्र प्रभार मंत्री डॉ अरूण कुमार का लेटर भी लाये है। इतनी बात सुनते ही प्रिंसिपल मैडम भड़क गई और बोली कि यह स्कूल मंत्री और विधायक का नही है। यह मेरा स्कूल है। मेरे हिसाब से एडमिशन होते है। पहले आप रूम से बाहर निकलिये और बाहर जाकर किसी से एडमिशन के बारे में पूछिये मै यहां बताने के लिए नही बैठी हूं। प्रिंसिपल ने मंत्री के लैटर को हाथ भी नही लगाया। महिला लैटर को टेबल पर रख कर बाहर चली आई और महिला ने बाहर आकर विधायक के भतीजे अमित कुमार को फोन कर जानकारी दी लेकिन कोई निस्तारण नही निकला। प्रिंसिपल अर्चना मिश्रा ने बताया कि हमारे पास पांच सौ बच्चे है। हम उन्हें देखते है। किसी को हम बताने के लिये नही बैठे हैं। जिसको जानकारी करनी है बह नवोदय विद्यालय की साइट पर देखे। मंत्री के लेटर पर एडमिशन नही होते है।।
बरेली से कपिल यादव