आज़मगढ़- मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने कहा है कि कहा है कि पूर्वांचल विकास निधि तथा सांसद निधि के माध्यम से इस वर्ष के जो प्रस्ताव हैं उसे तत्काल भेजें जिससे समय से धनराशि प्राप्त कर कार्य समयवद्ध रूप से कराया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि धनराशि उपलब्ध होने के बावजूद स्वीकृत कार्य को कराने में कोई दिक्कत हो तो अवगत कराया जाये ताकि उसका समाधान करते हुए समय सीमा के अन्दर कार्य को पूर्ण कराया जा सके। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने वृहस्पतिवार को अपने कार्यालय के सभागार में मण्डल के जनपदों में पूर्वांचल विकास निधि एवं सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा के दौरान जनपद बलिया में ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के स्तर पर कई कार्य अपूर्ण पाया। इस अधिशासी अभियन्ता ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि प्रथम किस्त का उपयोग कर द्वितीय किस्त की डिमाण्ड पहले ही भेज दी गयी है, परन्तु अभी तक डीआरडीए द्वारा द्वितीय किस्त की धनराशि नहीं दी गयी है। इस पर मण्डलायुक्त ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि डिमाण्ड लम्बित रखने पर सम्बन्धित का उत्तरादायित्व निर्धारित करते हुए उनके विरुद्ध कार्यवाही करने हेतु सम्बन्धित जिलाधिकारी को अवगत कराया जाय। उन्होने सभी परियोजना निदेशक, डीआरडीए को निर्देशित किया कि किसी स्वीकृत कार्य की द्वितीय अथवा तृतीय किस्त की डिमाण्ड आने पर कार्य का तुरन्त सत्यापन कराया जाय, इसके लिए अग्रिम किस्त की धनराशि की प्रतीक्षा नहीं होनी चाहिए।
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने दोनों मदों की जनवार समीक्षा के दौरान पाया कि पूर्वांचल विकास निधि के माध्यम से जनपदों के सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि कार्य प्रगति पर है। इस पर मण्डलायुक्त ने निर्देशित किया कि इस माह के अन्तर्गत सभी कार्य हर हालत पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित किया जाय। इसी प्रकार सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के अन्तर्गत वर्ष 2014-15 से अब तक स्वीकृत कुल कार्यों के अनुरूप जनपद आज़मगढ़ में 105 कार्य तथा बलिया में 222 कार्य पूर्ण कराया जाना अवशेष रह गया है। इस सम्बन्ध में कार्यदायी विभागों द्वारा अवगत कराया गया कि धनराशि की अनुलब्धता के कारण कार्य बाधित हुआ था, परन्तु अब धनराशि मिल चुकी है तथा कार्य प्रगति पर है तथा शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जायेगा। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि जो भी कार्य कराये जायें उसकी गुणवत्ता उच्चकोटि की होनी चाहिए। गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने आगाह किया कि कार्यों की गुणवत्ता की जाॅंच मण्डल स्तर से कराई जायेगी, यदि गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं पाई गयी तो सम्बन्धित अधिकारी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। समीक्षा के दौरान जनपद बलिया में ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के स्तर पर 7 कार्य अनारम्भ पाये जाने के सम्बन्ध मे अवगत कराया गया कि कई बार टेण्डर कराये जाने के बावजूद कार्यवाही पूर्ण नहीं हो सकी। इस पर मण्डलायुक्त ने सभी कार्यों की ई-टेण्डरिंग करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त पीएन वर्मा, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या अमजद अली अन्सारी, लोनिवि आज़मगढ़ एवं बलिया के अधीक्षण अभियन्ता आरएन दास व एके मणि, परियोजना निदेशक डीआरडीए आज़मगढ़ एके सिंह, पीडी डीआरडीए बलिया डीएन दूबे, ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग आज़मगढ़ एवं बलिया के अधिशासी अभियन्ता जेएन श्रीवास्तव व मज़हर हुसैन सहित अन्य सम्बन्धित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़