लखनऊ- उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सदस्य फैजी को भ्रष्टाचार के आरोप के चलते हटा दिया गया।
जानकारी के अनुसार बुधवार को ही राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य सैय्यद शहजादी बेगम के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने गये थे। उसके बाद उनकी पृष्ठभूमि और शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी के साथ मिलकर वक्फ सम्पत्तियों के भ्रष्टाचार में लिप्त रहने और उनकी पृष्ठभूमि के बारे में मुख्यमंत्री को सूचना दी गई। शिया वक़्फ़ बोर्ड के सदस्य सय्यद फैजी पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे थे जिसके चलते शिया वक़्फ़ बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए बुधवार को सय्यद फैजी की सदस्यता रद्द कर दी।
शासन से जारी हुई अधिसूचना के मुताबिक, सय्यद फैजी को अक्टूबर 2021 में मुतवल्ली कोटे से उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया था।अब धारा 20 के खण्ड (क) के तहत उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया गया।सय्यद फैजी ने कहा कि उन पर भ्रष्टाचार का गलत आरोप लगाकर मुतवल्ली पद से हटाया गया।इसको लेकर वह वक्फ ट्रिब्यूनल में केस लड़ रहे है चूंकि वो मुतवल्ली ही नहीं रहे थे, इसलिए मुतवल्ली कोटे से उनकी सदस्यता भी रद्द कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जिन आरोप के तहत उनको चार महीने पहले मुतवल्ली पद से हटाया गया था, उसका फैसला जल्द आने वाला है। केस जीतने के बाद वह बहाल हो जाएंगे।