बरेली। शहर के कई क्षेत्रों में जल संकट बना हुआ है। लोगों को पानी की किल्लत हो रही है, जिससे लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। आचार संहिता की वजह से राजनीतिक लोग खामोश है। भीषण गर्मी मे चार लाख शहरवासी जल संकट से जूझ रहे है। निस्तारण के बजाय नगर निगम का जलकल विभाग उनको आश्वासन की घुट्टी पिला रहा है। शनिवार को सूफी टोला, कटीकुईंया, माधोबाड़ी, खुर्रम गौटिया के लोग शिकायत लेकर नगर निगम पहुंचे। जलकल विभाग ने एक बार फिर शाम तक समस्या के निस्तारण का आश्वासन दिया लेकिन यह बात लोगों के गले नही उतरी। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि कई दिनों से आश्वासन दिया जा रहा है कि आज से काम होगा और दो-तीन दिनों में पानी की आपूर्ति सुचारु हो जाएगी लेकिन अब तक कोई समाधान नही हो सका। दो दिन पहले भी सूफी टोला की महिलाएं अपर नगर आयुक्त से मिली थी। तब भी उनको आश्वासन दिया गया था पर कुछ नही हुआ। अब बच्चे बीमार हो रहे है। अगर सोमवार तक पानी नही मिला तो महिलाओं-बच्चों के साथ आकर नगर निगम परिसर में धरने पर बैठ जाएंगे। जलकल के एक्सईएन सिद्धार्थ से मिलने पहुंचीं वार्ड 78 सूफी टोला और कटीकुईया की महिलाओं ने बताया कि पानी नहीं आने पर उन्होंने पंप ऑपरेटर शमशाद को फोन किया था। उसने महिलाओं के साथ अभद्रता की और पानी की समस्या के बारे में कुछ भी नही बताया। जलकल विभाग के एक्सईएन सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि लोग धैर्य रखे। हम समाधान कर रहे है। हर समस्या को दूर करने की कोशिश की जा रही है। इस पर महिलाएं एक्सईएन पर बिफर गई। उन्होंने कहा कि दो माह से परेशानी है पर जिम्मेदार सिर्फ आश्वासन ही दे रहे हैं। एक्सईएन ने शाम तक समस्या को दिखवाने का वादा किया और महिलाओं से अभद्रता करने वाले ऑपरेटर के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।।
बरेली से कपिल यादव