वाराणसी/चौबेपुर- सम्पूर्ण भारत के 23 राज्यों में एक साथ , एक दिन एक बैनर के साथ स्वर्वेद यात्रा का आयोजन तृतीय स्वर्वेद यात्रा महोत्सव के रूप में किया गया। इसी संदर्भ में उमरहा स्थित स्वर्वेद महामन्दिर धाम पर भी बड़े ही धूम धाम से स्वर्वेद यात्रा सम्पन्न हुआ।
विश्व में सुख शांति समृद्धि का विकास मानवमात्र में मानवीय गुणों के विकास से ही संभव है। और इसके लिए मानव- मन का नियंत्रण , हृदय परिवर्तन चाहिए। और इसका साधन है- स्वर्वेद
विहंगम योग के प्रणेता एवं वर्तमान युग के महानतम योगी अनंत श्री सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज ने अपनी गहन साधना द्वारा चिरकाल से लुप्त ब्रह्मविद्या विहंगम योग को इस धरती पर पुनः उपलब्ध करा दिया। सन 1924 ई० में आपने विश्व के कम से कम एक लाख जीवों को जरा मरण के चक्र से छुड़ा देने का अतुलनीय संकल्प करते हुए विहंगम योग संत समाज की स्थापना की। बिना किसी वाह्य शिक्षा के सिर्फ अपनी आध्यात्मिक अनुभूतियों द्वारा सदगुरु देव ने ब्रह्मविद्या परक पैंतीस सद्ग्रन्थों की रचना की , जिनमें हिमालय शुन्यशिखर की कंदरा में रचित स्वर्वेद प्रमुख है।
स्वर्वेद एक ऐसा दिव्य अलौकिक सद्ग्रन्थ है जिसके मार्ग पर चलकर मनुष्य संसार की हर परिस्तिथि में आनंद एवं शांति से परिपूर्ण रहता है, अपने जीवन के सभी लक्ष्यों की सफलतापूर्वक प्राप्ति कर लेता है। स्वर्वेद हिमालय की कंदरा में योग समाधिजन्य अवस्था में प्राप्त चरम अनुभूतियों की अभिव्यक्ति है। सरल दोहों के रूप में रचित स्वर्वेद महाग्रंथ से हमें ब्रह्मविद्या के तत्वज्ञान और अनुभवात्मक साधना का सम्पूर्ण बोध होता है। अशांति एवं वैमनस्य से पीड़ित विश्व में शांति एवं सौहार्द की स्थापना करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है स्वर्वेद
भारत की अखंडता को बनाये रखने के लिए , भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित करने के लिए, धर्म- वर्ग- जाती के भेद भाव को जड़ से समाप्त करने के लिए- यह स्वर्वेद यात्रा का तृतीय महोत्सव मील का पत्थर साबित होगा।
वाराणसी विहंगम योग संत समाज के सैकड़ों भक्तों ने हाँथ में ‘अ’ अंकित श्वेत ध्वजा लिए स्वर्वेद का जयघोष करते बढ़ रहे थे। स्वर्वेद महामन्दिर से स्वर्वेद यात्रा शुरू हुई जो उमरहा बाजार होते हुए पास के गाँव होकर पुनः महामन्दिर परिसर में वापस आयी।
इस आयोजन में मुख्य रूप से स्वर्वेद महामन्दिर के ट्रस्टी शिवपूजन सिंह, विनोद भादरका(G M), सुरेंद्र यादव, विहंगम योग संत समाज वाराणसी के संयोजिका सुनीता सिंह, रामभजन सिंह , आशुतोष मिश्र, पंकज कुमार, संतोष अग्रवाल, रोहित कुमार उपस्थित रहे।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय मण्डल कॉर्डिनेटर वाराणसी