राजस्थान/सादड़ी – महाराणा प्रताप के सहयोगी भामाशाह वीर योद्धा के साथ साथ दानवीर भी थे जिन्होंने अपने धन का समर्पण राष्ट्र हित में कर अनुकरणीय त्याग का आदर्श रखा। उनके जीवन से हमें भी प्रेरणा लेनी चाहिए। उक्त उदगार प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने स्थानीय श्रीधनराज बदामिया राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सादड़ी में आयोजित भामाशाह जयंती समारोह में व्यक्त किए।
माली ने कहा कि भामाशाह व उनके अनुज ठाकुर ताराचंदजी कावेडिया ने संकट के समय महाराणा प्रताप को धन समर्पित किया जिससे महाराणा प्रताप अपनी सेना का पुनर्गठन कर अकबर का प्रतिरोध कर पाए।हमें गर्व है कि सादड़ी का संबंध भामाशाह परिवार से रहा है। उन्होंने विद्यालय विकास में सहयोग कर भामाशाह की परंपरा निभाने का आह्वान किया।
भामाशाह की तस्वीर पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर शुरू हुए समारोह में शकुंतला जैन,वीरम राम चौधरी ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विद्यालय के भामाशाहों का भी अभिनंदन किया । मंच संचालन प्रकाश सिसोदिया ने किया। इस अवसर पर रमेश कुमार वछेटा, नरेन्द्र बोहरा, हरीश कुमार व पुरुषोत्तम समेत समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
पत्रकार दिनेश लूणिया सादड़ी