भागवत कथा मे मनाया भगवान श्रीकृष्ण और राम जन्मोत्सव, भजनो पर झूमे श्रद्धालु

बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। कस्बे के मोहल्ला साहूकारा स्थित लक्ष्मी नारायण मढ़ी मंदिर परिसर मे आयोजित भागवत कथा के चौथे दिन कथावाचक पूज्य महाराज जी योगेश ब्रजवासी जी ने भगवान श्रीकृष्ण और भगवान राम जन्मोत्सव के बारे मे श्रद्धालुओं को बताया। लोगों ने धूमधाम के साथ श्रीकृष्ण एवं राम जन्मोत्सव मनाया। कथावाचक महाराज ने जैसे ही जन्म की कथा सुनाना आरंभ किया तो भक्त जमकर झूम उठे। महाराज ने कहा कि जिस समय भगवान कृष्ण का जन्म हुआ अपने आप जेल के ताले टूट गये और सभी पहरेदार अचेत हो गये। वासुदेवजी व देवकी बंधन मुक्त हो गये। यह सब प्रभु की कृपा से ही संभव हो सका। कथावाचक ने जब-जब होई धर्म की हानि, बाढ़हि असुर अधम अभिमानी, तब-तब धरि प्रभु मनुज शरीरा, हरहि कृपा निज सज्जन पीरा आदि चौपाई सुना कर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि अपने अंदर बुराई विद्यामान न रहे इसके लिए संतों का सत्संग का मार्ग अपनाएं। उन्होंने कहा कि जब भक्ति मार्ग में भक्त लीन रहते हैं तब प्रभु का दर्शन होता हैं। जब कंस ने सभी मर्यादाएं तोड़ दी तो प्रभु श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। पृथ्वी पर राक्षस आतातायी बढ़ने लगा था तो नर रूप मे भगवान राम जन्म लिए थे। उन्होंने कहा चौरासी लाख योनियों के भटकने के बाद जीव को मानव रूपी तन की प्राप्ति होती है। मगर अज्ञानी मनुष्य इसकी महत्व को नहीं पहचान पाता है। मनुष्य लोभ, मोह, अहंकार, मिथ्या, छल-प्रपंच आदि पाप कर्मों में अपने शरीर को नष्ट कर देते हैं। उन्होंने कहा भागवत सुनने से बैकुण्ठ अर्थात मोक्ष की प्राप्ति होती है। भागवत का यज्ञ करने से इलाका का वातवरण शुद्ध होता है। देवता के प्रसन्न होने से देवत्व की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि कलियुग में भागवत कथा का श्रवण करना सबसे पुण्यकारी काम माना गया है। भागवत कथा का श्रवण करने का अवसर भी लोगों को प्रभु की इच्छा से मिलती है। कथा के दौरान भगवान कृष्ण की जीवंत झाकियां सजाई गई, जिसे देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो उठे। कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं ने माखन मिश्री का भोग लगाकर जमकर उत्सव मनाया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से कैलाश अग्रवाल, शशि रानी अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, विक्की अग्रवाल, प्रहलाद अग्रवाल, अरविंद अग्रवाल व समस्त परिवार के अलावा के अलावा सैकड़ो श्रद्धालु मौजूद रहे।।

बरेली से कपिल यादव

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