बिहार /मझौलिया – मझौलिया प्रखंड के करमवा पंचायत स्थित अपने निवास स्थान पर राज्यव्यापी अभियान के तहत काला दिवस के दौरान ऐक्टू के जिला अध्यक्ष जवाहर प्रसाद ने कहा की मोदी सरकार पूंजीपतियों व कारपोरेट जगत के हित में लॉकडाउन को लंबा खींच रही है। 4 श्रम संहिता व 3 कृषि कानूनों जैसे काले कानूनों को जबरदस्ती थोपना तथा निजीकरण की प्रक्रिया जारी रखना चाहती है । आरोप लगाते हुए नेताओं ने कहा की दिल्ली के बॉर्डर पर 6 माह से धरना पर बैठे किसानों की मांगो तथा काले 3 कृषि कानून 4 श्रम संहिता को रद्द करने बिजली बिल 2020 वापस लेने और सर्वजनिक उपकरणों के निजी करण बंद करने जैसे मांगो को लेकर चल रहे किसान आंदोलन का 6 महीना 26 मई 2021 को पूरा होने जा रहा है।
इस अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने संयुक्त रूप से 26 मई 2021 को राज्यव्यापी अभियान के तहत भारतीय लोकतंत्र काला दिवस मनाया । आगे भाकपा माले अंचल सचिव रिखी साह और नौवत मिया, विनोद राम, रामपति देवी आदि ने सोशल डिस्टेंसिंग के बीच अपने संबोधन में कहा कि जब तक काला कृषि कानून को रद्द नहीं किया जाता है तब तक किसान घर नहीं लौटेंगे। किसान नेताओं ने कहा कि महामारी की आड़ में मोदी सरकार अपने तानाशाही रवैया पर कायम है परंतु किसान संगठनों ने भी ठान लिया है की जब तक काला 3 कृषि कानून रद्द नहीं होता बिजली बिल 2020 वापस नहीं लिया जाता एमएसपी को कानूनी गारंटी नहीं मिलती है तब तक देश के किसान दिल्ली के बॉर्डर पर 6माह से आंदोलन पर बैठे हैं वे घर वापस नहीं लौटेंगे।
– राजू शर्मा की रिपोर्ट