वाराणसी- नागरिक समाज और काशी विद्यापीठ के छात्रों द्वारा बेरोजगारी , 5 मार्च को आए यूजीसी के विभागवार आरक्षण नोटिस ,एस एस सी स्कैम, विश्वविद्यालयों को स्वायत्तता के नाम पर निजीकरण को बढ़ावा देने वाले कानून ,भ्रष्टाचार , बेरोजगारी आदि मुद्दों पर बीएचयू के लंका गेट पर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया । साथ ही छात्रों ने संकल्प लिया कि विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता के नाम पर निजीकरण को बढ़ावा देने वाले रेगुलेशन का पुरजोर विरोध आगामी भविष्य में और तेजी के साथ किया जायेगा। इस लड़ाई को लोगों के बीच, छात्रों के बीच, शहरों, कस्बों ,गलियों , गांवों में ले जाया जाएगा ।इस मौके पर ‘बीएचयू शोध मोर्चा’, ‘एससी एसटी और ओबीसी संघर्ष समिति’ बी एच यू ,तथा ‘एससी एसटी ओबीसी संघर्ष समिति’ काशी विद्यापीठ , ‘भगत सिंह अंबेडकर विचार मंच’ , ‘बीएचयू स्टडी सर्किल’, ‘भगत सिंह छात्र मोर्चा’ तथा आईसा के सदस्यों के साथ हजारों लोग उपस्थित थे। मानव श्रंखला का नेतृत्व सुनील यादव, प्रवीण नाथ यादव ,रणधीर कुमार सिंह, विकास राय, राजेश कुमार, कुलदीप मीणा, चंद्रप्रकाश आशीष मौर्य, रविंद्र भारती, एसपी राय, राजेश यादव, राम प्रकाश पटेल,मारूति यादव, अरविन्द सेनापति, वरूण पाल,अनुपम कुमार, रामवचन यादव, अनूप भारद्वाज, श्रीकांत यादव सतीश प्रजापति, राजकमल प्रजापति, संजय प्रजापति, हरेंद्र कुमार, अनिल यादव,विवेक ,उमेश यादव, बीएचयू के
प्रोफ़ेसर प्रमोद बांगडे, प्रो.एम.पी.अहिरवार, प्रो.राहुल राज,काशी विद्यापीठ से प्रो.अनिल चौधरी ,जिला पंचायत सदस्य और किसान नेता योगी पटेल आदि ने किया।
रिपोर्ट- महेश कुमार राय वाराणसी सिटी