रूड़की/उत्तराखंड- राज्य सरकार ने देवस्थानम बोर्ड किसलिए बनाया था ताकि श्रद्धालुओं को राहत मिल सके लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है जी हां चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कभी ई-पास की बाध्यता ने उन्हें बैरंग लौटने पर मजबूर किया तो अब मौसम की बेरुखी के बीच कमरे के किराए से लेकर भोजन, टैक्सी के नाम पर मनमानी वसूली के मामले सामने आ रहे हैं।
यात्रा से लौटे श्रद्धालुओं ने बताया कि केदारनाथ में एक कमरे के 6 से 9 हजार रुपये तक वसूले जा रहे हैं। पानी की बोतल 200 रुपये, कोल्डड्रिंक 80 रुपये और हाफ प्लेट मैगी 50 रुपये में मिल रही है। ये सब धाम तक ही सीमित नहीं है बल्कि यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग से गुप्तकाशी तक कई टैक्सी-मैक्सी चालकों द्वारा 250 से 300 रुपये प्रति व्यक्ति किराया लिया जा रहा है। इस संबंध में डीएम ने एआरटीओ को पहले भी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। बाबा केदार के दर्शन कर लौटी एक यात्री ने बताया कि उनके परिवार के छह लोग यात्रा पर आए थे।केदारनाथ में उनसे एक कमरे के 9 हजार रुपये लिए गए। यात्री मयंक व रजत ने बताया कि वे तीन दिन पूर्व केदारनाथ यात्रा के लिए आए थे लेकिन जिस तरह से टॉफी, पानी, बिस्कुट से लेकर नाश्ता व भोजन की दरें हैं उससे आम यात्री का पानी पीना भी मुश्किल है।
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खुले आसमान के नीचे बिताई रात
खराब मौसम के कारण रविवार सुबह 11 बजे केदारनाथ यात्रा रोक दी गई थी। धाम से कई यात्रियों, जिन्होंने दर्शन कर लिए थे, उन्हें सोमवार व मंगलवार को गौरीकुंड, सोनप्रयाग भेज दिया गया था। सोमवार को जिला मुख्यालय में देर शाम तक बड़ी संख्या में यात्री पहुंच गए। उन्हें कमरों के लिए परेशानी झेलनी पड़ी। कई यात्रियों को खुले आसमान के नीचे रात काटनी पड़ी। जब एसडीएम सदर से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि यात्रियों के लिए सुमेरपुर, नगरासू, तिलवाड़ा व अगस्त्यमुनि के होटल में व्यवस्था की गई है। तेज बारिश में और भूस्खलन में यात्री वहां तक कैसे पहुंचें इसका जवाब किसी के पास नहीं था।
पर्यटन मंत्री ने डीएम को दिया मुकदमा दर्ज करने का आदेश
खराब मौसम की वजह से फंसे हुए केदारनाथ के श्रद्धालुओं से खाने की थाली के नाम पर हो रही मनमानी वसूली पर पर्यटन मंत्री सख्त नाराज हो गए हैं। उन्होंने रुद्रप्रयाग के डीएम से बात करते हुए तत्काल ऐसे रेस्टोरेंट संचालकों पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। आपदा के मद्देनजर उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि केदारनाथ यात्रा पर गए जो यात्री बीच रास्ते में फंसे हुए हैं, उनसे वहां के होटल और रेस्टोरेंट संचालक खाने की मनमानी वसूली कर रहे हैं। वह 50 रुपये वाली थाली 500 रुपये में बेच रहे हैं। उन्होंने इस पर डीएम मनुज गोयल को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि इस तरह की लूट कतई बर्दाश्त नहीं होगी। महाराज ने कहा कि यात्रियों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। शाम तक सभी बाधित मार्गों को खोल दिया जाएगा।
मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रशासन ने चारधाम यात्रा रूट पर सभी धर्मशालाओं को खुलवाने के साथ-साथ यात्रियों के लिए भंडारे की व्यवस्था भी कर दी है। उन्होंने आपदा प्रबंधन सचिव एसए मुरुगेशन से बातचीत कर सुंदरखाल, रामनगर में फंसे लोगों को तत्काल रेस्क्यू करने के भी आदेश दिए हैं। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए एहतियाती कदम उठाने के साथ-साथ पूरी तरह से मुस्तैद रहने को भी कहा है।
केदारनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं से अधिक किराया वसूलने की शिकायतें मिली हैं। इस संबंध में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। साथ ही जिला मुख्यालय समेत यात्रा मार्ग, पड़ाव व केदारनाथ में यात्रियों के लिए हरसंभव इंतजाम के निर्देश दिए गए हैं।
-मनुज गोयल, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग
चारधाम यात्रा में आ रहे लोगों से कहीं पर भी किसी प्रकार से अधिक दाम वसूले जा रहे हैं तो वे उद्योग एवं व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं।
-अंकुर खन्ना, जिलाध्यक्ष उद्योग एवं व्यापार मंडल रुद्रप्रयाग
कुछ यात्रियों से कमरे का किराया 5 हजार से अधिक वसूलने की शिकायत एसोसिएशन को मिली है। होटल एसोसिएशन सभी कारोबारियों से अपील करती है कि निर्धारित दरों पर ही यात्रियों को कमरे और भोजन मुहैया कराएं। इससे अधिक वसूली की शिकायत मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– रूड़की से इरफान अहमद