* सुरक्षा की दृष्टि से थाना सिखेड़ा पुलिस बरत रही चौकसी , तो वहीं राज्य सेतु निगम नए पुल को चालू करने में लगा रहा देरी।
मुज़फ्फरनगर / सिखेड़ा- जनपद मुज़फ्फरनगर के थाना सिखेड़ा क्षेत्र में स्थित मुख्य गंग नहर पर सैंकड़ो साल पुराने ब्रिटिश कालीन पुल में दरार पड़ने और पुल की दीवार ढहने के चलते स्थानीय ग्रामीणों एंव राहगीरों में दहसत बनी हुई है ब्रिटिश कालीन यह पुल कभी भी हो सकता है धारा शाही हर समय बना रहता है जान माल का खतरा, भारी वाहनों पर जानसठ तिराहे सहित नेशनल हाईवे 58 पर जानसठ पुल से ही लग चुकी है रोक , सुरक्षा की दृस्टि से स्थानीय पुलिस हलके वाहनों को बारी बारी से करा रही पास जबकि पुल के बराबर में ही राज्य सेतु निगम द्वारा नए पुल का चल रहा निर्माण कार्य लेकिन बरती जा रही है ढिलाई ,राज्य सेतु निगम कर्मचारी गंग नहर पुल का निर्माण 2020 में कंप्लीट करके देने की कह रहे बात ठेकेदार का कहना है कि 15 दिन के अंदर अंदर फुल को कर दिया जायेगा चालू।
दरअसल मामला जनपद मु0 नगर के पानीपत खटीमा राजमार्ग स्थित थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गंग नहर का है यूँ तो उत्तराखंड के हरिद्वार से लेकर गाजियाबाद के मुरादनगर तक और इससे भी आगे जहां तक गंगा जा रही है वहीं तक गंगनहर पर सैंकड़ों से भी अधिक समय पूर्व ब्रिटिश कालीन पुलों का निर्माण हुआ था जो आज तक भी ज्यों के त्यों है।
लेकिन जनपद मु0 नगर की अगर बात करें तो पानीपत खटीमा राजमार्ग पर स्थित थाना सिखेड़ा के पास बने गंग नहर पुल का आधा हिस्सा ढह चूका है और इसकी साइडों की दीवारे भी गंग नहर में समा चुकी है ताज़ा स्थित भी यह है की यह पुल कभी भी गंग नहर में समा सकता है जिसपर सुरक्षा की दृस्टि से स्थानीय पुलिस ने भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी है जबकि हल्के वाहनों को पुलिस बारी बारी से पास करा रही है।
भारी वाहनों में रोक थाना जानसठ तिराहे से लगी है तो वहीं थाना नई मंडी क्षेत्र के नेशनल हाईवे 58 पर जानसठ पुल के पास पुलिस ने भारी वाहनों पर रोक लगा दी है जिससे भारी वाहनों का सारा लोड खतौली कसबे और गंग नहर पर जा पहुंचा है ।
तो वहीं इस गंग नहर पुल के बराबर में राज्य सेतु निगम कर्मचारी पिछले कई महीनो से नए पुल के निर्माण कार्य में लगे है अगर पुल निर्माण ठेकेदार की माने तो उनका कहना है की पुल निर्माण 2020 में पूरा कम्पलीट हो जायेगा और अभी दस पन्द्रह दिनों में पुल को चालू कर दिया जायेगा।
वहीं आगर स्थानीय ग्रामीणों एंव राहगीरों की माने तो पुल कभी भी गिर सकता है जिससे किसी भी तरह की जान माल के नुक्सान की भी आशंका हर समय बनी रहती है लेकिन जिले के आलाधिकारी इस तरफ कोई भी ध्यान देने को तैयार नही।
रिपोर्ट भगत सिंह/जगदीश कुमार