बरेली/ फतेहगंज पश्चिमी। थाना क्षेत्र मे बैंक दलाल और कर्मियों की मिलीभगत से छह ग्रामीणों के नाम पर करीब नौ लाख रुपये का डेरी ऋण फर्जी तरीके से निकालने का मामला सामने आया है। पीड़ित गांव मनकरी निवासी गुड्डी की तहरीर पर पुलिस ने बैंक प्रबंधक समेत सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। गुड्डी ने बताया कि करीब दो साल पहले बेटी की शादी के लिए उन्होंने कस्बा स्थित बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक के दलाल रविपाल से संपर्क किया। रविपाल ने उन्हें बैंक के सफाई कर्मी राजीव और कलेक्शन प्रभारी रंजीत सिंह से मिलवाया। रंजीत ने उनका खाता खोलकर फाइल बैंक प्रबंधक अमर गुप्ता और फील्ड ऑफिसर कुनाल को भेज दी। फील्ड ऑफिसर ने बेटी सलोनी के नाम से डेढ़ लाख का डेयरी ऋण तैयार कर करीब 25 जगह हस्ताक्षर करवा लिए और कुछ दिन बाद ऋण स्वीकृत होने की बात कहकर घर भेज दिया। कुछ दिन बाद रविपाल ने बताया कि बैंक मे ऋण होने के कारण उनकी सिविल खराब है इसलिए ऋण स्वीकृत नही हो सका। करीब 14 महीने बाद बैंक से पता चला कि उनके नाम पर 1.40 लाख का ऋण चल रहा है जिसकी कोई किस्त नही जमा हुई। ठगी का यह तरीका मनकरी के अजयपाल, पवन, उनासी निवासी अरविंद, धर्मेंद्र व नगरिया सादात के अजयपाल के साथ भी अपनाया गया। कुल मिलाकर करीब नौ लाख का फर्जी ऋण निकाला गया। बैंक प्रबंधक अमर गुप्ता का कहना है कि उनके खिलाफ रची गई साजिश है। सभी ऋण नियमों के तहत स्वीकृत किए गए है और ऋणधारकों ने स्वयं हस्ताक्षर किए है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।।
बरेली से कपिल यादव