फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। रक्षाबंधन के पर्व पर अधिकांश एटीएम में पैसे खत्म हो गए। इसकी वजह से अनेक परिवारों को खाली जेब त्यौहार मनाना पड़ा। जिस वजह से तमाम भाई अपनी बहनों को नेक भी नहीं दे सके। पैसे की तंगी की वजह से एसबीआई की मेन ब्रांच खोलने से पहले बुजुर्ग लाइन में लगे देखे गए जबकि कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार ऐसे लोगों का घर से निकलना सख्त मना है। दरअसल रक्षाबंधन के पर्व के चलते शहर व देहात के अधिकांश एटीएम में नगदी फुल कर दी गई थी ज्यादा निकासी के चलते अधिकांश एटीएम दोपहर बाद तक दम तोड़ गए थे। कुछ बुजुर्ग लोग अपने घर के नजदीक के एटीएम में जब पैसे निकालने पहुंचे। तब तक एटीएम खाली हो चुके थे और वह खाली हाथ बैरंग घर लौट आए। मंगलवार को स्टेट बैंक की मुख्य शाखा की गेट पर लाइन लगाने बुजुर्ग कटरा चांद खां निवासी हरिओम दीक्षित का कहना है कि उनके दो बेटे विदेश में रहकर नौकरी करते हैं। यहां घर पर भाई अपनी पत्नी के साथ रहते हैं। रक्षाबंधन से पहले एक अगस्त को पैसे निकालने एटीएम पर पहुंचे थे तब एटीएम खाली मिला। रक्षाबंधन के दिन एटीएम पर पहुंचे तो भी एटीएम खाली मिला मंगलवार को पहली बार रक्षाबंधन को बगैर नेक के बहन को वापस किया है। पैसों की सख्त जरूरत भी है। इसलिए सुबह 8:30 बजे से लाइन में आकर लग गया हूं यह मेरी मजबूरी है। इसके अलावा कस्बा फतेहगंज पश्चिमी के सभी एटीएम का हाल बहुत बुरा है। मंगलवार को भी बैंकों के एटीएम खाली नजर आए लोग परेशान होते दिखे। ऐसे में लोगों को रुपए निकालने के लिए इधर उधर भागना पड़ रहा है। जिन एटीएम में कैश है वहां रुपए निकालने के लिए लंबी लाइन लग रही है। लोग रुपए निकालने के लिए खासे परेशान हो रहे हैं।।
बरेली से कपिल यादव