बरेली। बरेली कॉलेज मे 19 फरवरी की शाम दो लड़को को बेहरमी से पीटकर वीडियों वायरल कर दहशत फैलाने वाले 15 लड़के अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है। इस पर भी पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठ रहे है। इस घटना के मामले में अभी तक पुलिस सिर्फ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पांच कार्यक्ताओं का शांति भंग में चालान कर पाई है। जबकि वीडियों में साफ दिखाई दे रहा है कि दो लड़कों को दर्जन भर लड़के बेहरमी से पीट रहे है और कुछ लड़के मोबाइल से वीडियों बना रहे है। सूत्रों की माने तो कॉलेज प्रशासन ने करीब 15 लड़को के नाम की सूची पुलिस प्रशासन को सौंपी जा चुकी है लेकिन अभी तक इस लिस्ट मे शामिल किसी भी लड़के को पकड़ा नही जा सका है। चर्चा ये भी है कि जिन लड़कों के नाम बरेली कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को सौंपे है। इनमें से अधिकांश की पहचान एबीवीपी कार्यक्रताओं के रूप में हुई। तो दूसरी ओर इनमें से आधा दर्जन लड़के कालीबाड़ी के ही निवासी बताए जा रहे है। सूत्रों की माने तो बारादरी पुलिस ने इस घटना में शामिल अधिकांश लड़कों की पहचान भी कर ली है। लेकिन छात्र नेताओं के हंगामे और राजनीति के डर से मामले को हुए है। बता दे कि इससे पहले भी एसएसपी ने पुलिस को निर्देश दिए थे कि दोषियों पर कार्रवाई करे। बावजूद इसके एबीवीपी के छात्र नेताओं को थाने से ही जमानत दे दी थी। अब ऐसा बाकी 15 लड़कों के साथ भी देखा जा रहा है। पूरे घटनाक्रम मे अधिकांश छात्र नेताओं की पहचान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रताओं के रुप में हुई है तो कॉलेज प्रशासन भी इस मामले मे पहल करने से बच रहा है। क्योंकि कॉलेज प्रशासन को डर सता रहा है कि यदि ये कोई कार्रवाई करते है तो छात्र नेता कॉलेज प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाने लगेंगे। यही डर इनको सता रहा है। इसलिए कॉलेज प्रशासन को पहले पुलिस की कार्रवाई का इंतजार है।।
बरेली से कपिल यादव