सहरानपुर- मुहर्रम का अशरा पढ़ने ईरान से आये प्रसिद्व शिया धर्म गुरु मौलाना मोहम्मद मोनिस रिज़वी को आर्टिस्ट अम्मार आब्दी ने अपने हाथों से बनाया हुआ उनका पोर्ट्रेट भेंट किया।
मौलाना ने पोर्ट्रेट को देख कर खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि शुक् है उस खुदाए करीम का जो अपने बंदों को बेहतरीन नियमतों से नवाज़ता है बंदा अगर उसकी दी हुई नियमतों का शुक्र अदा करे और उसके बताए हुए रास्ते पर चले तो वो उसे कुछ खास ही अता करता है, जिसकी मिसाल जनाब अम्मार आब्दी साहब है, जो बेहतरीन खुदादाद सलाहियतों के मालिक है उन्होंने अपनी हुनर नुमाई और मुहब्बत का इज़हार इस तस्वीर में किया।मेरे पास उनकी इस मोहब्बत के शुक्रिया के लिए अल्फ़ाज़ ही नही है बस इतना कह सकता हूँ कि मैं तहे दिल से उनका शुक्रगुज़ार हूँ और बारगाहे खुदा में उनके लिए दुआ करता हूँ कि खुदा उन्हें हर कदम पर कामयाबी अता फरमाए।
बता दें कि अम्मार को कुछ समय पूर्व ही ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा खतीब ए अकबर अवार्ड और एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा एक्सक्लूसिव टैलेंट अवार्ड से नवाजा जा चुका है।
इस दौरान जनाब शादाब आब्दी, फरहत मेहदी, ज़मीर काज़मी, ज़िया अब्बास, वसीम काज़मी, रविश आब्दी, दजीश आब्दी, किश्वर मेहदी, मुन्तज़िर मेहदी, शोज़ब मेहदी, अली वामिक़ ज़ैदी, तुराब मिर्ज़ा, बरकत अली, जहांगीर अली, नादीर अली, नईम काज़मी के साथ कई और गणमान्य लोग भी मौजूद थे।