फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी तो पहले से ही चली आ रही है, परंतु चौकीदारों और चपरासियों की कमी भी अब खलने लगी है। स्कूलों में चौकीदार व चपरासी नहीं हैं। इसके चलते जहां सफाई व्यवस्था चरमरा कर रह गई है, वहीं स्कूलों में प्रोजेक्टर, खाने-पीने के बर्तन, गैस चूल्हा आदि सामान की सुरक्षा भी राम भरोसे है। बेसिक शिक्षा विभाग ने अपने स्कूलों का कायाकल्प कर तो दिया है लेकिन प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में सफाई कर्मचारियों की तैनाती नहीं की गई है। चौकीदारों की भी भारी कमी है। यहीं वजह है कि स्कूलों से आए दिन सामान चोरी होती रहती हैं लेकिन विभाग की ओर से चौकीदारों की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी बीएसए से सफाई कर्मचारी व चौकीदारों की तैनाती करने की मांग की है। शिक्षक नेता अक्सर विभागीय अफसरों को ज्ञापन सौंपकर स्कूलों की समस्या से अवगत कराते आए हैं जबकि खंड शिक्षा अधिकारियों को भी स्कूल की ओर से कई बार सूचना दी जाती है। सबसे अधिक परेशानी देहात के स्कूलों में सामने आती है क्योंकि स्कूल बंद होने के बाद गांव के खुराफाती स्कूल में घुसकर चोरी करते हैं। कई स्कूलों से शरारती अलमारियां तक चुरा ले गए हैं। इससे स्कूल के जरूरी सामान भी कमरे में खुले पड़े रहते हैं। बता दें कि स्कूलों में सफाई कर्मचारी की तैनाती को लेकर स्कूलों में लंबे समय से मांग हो रही है लेकिन विभाग की ओर से अभी तक स्कूल में सफाई कर्मियों की तैनाती नहीं की जा रही है। स्कूलों में सफाई कर्मी न होने से कई स्कूलों में गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। कई बार तो शिक्षकों को ही झाड़ू लगानी पड़ती हैं। शिक्षक कर्मचारी की तैनाती के लिए डिमांड करते हैं लेकिन सुनवाई नहीं होती है।।
बरेली से कपिल यादव