बेफिक्री कही भारी न पड़ जाए, बाजार व सार्वजनिक स्थलों पर शारीरिक दूरी का नियम तार-तार

बरेली। जिले मे कोरोना की रफ्तार कम जरूर हुई है, पर इससे उत्साहित होने की जरूरत नहीं है। बल्कि और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि कोरोना संक्रमण के मामलों में दोबारा इजाफा न हो, लेकिन स्थिति इससे ठीक उलट है। बाजार में खरीदारी के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है और लोग बेफिक्र घूम रहे है। सहालग के सीजन मे दुकानदार और ग्राहक दोनों में कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता की कमी आने लगी है। अन्य सार्वजनिक स्थलों पर शारीरिक दूरी जैसी व्यवस्थाओं की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। यही नहीं बड़ी संख्या में लोग बिना मास्क घूमते दिखाई पड़ जाएंगे। ऐसे में यह लापरवाही आने वाले दिनों में कहीं भारी न पड़ जाए। जिस तरह से बाजारों में भीड़ बढ़ रही है, आगे मामले बढ़ सकते हैं। सहालग सीजन की तैयारी के साथ कोरोना महामारी के खतरे को भी ध्यान में रखना होगा। अपने घर-परिवार और समुदाय के बीच कोरोना गाइडलाइन का ख्याल रखना जरूरी है। कोरोना के चलते खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों के अनुसार बारिश के मौसम में संक्रमण बढने की आशंका ज्यादा है। कोविड-19 और बारिश के मौसम के बीच रिश्ते को अभी अच्छी तरह स्थापित नही किया गया है, पर बदलते मौसम का रिश्ता दूसरी बीमारियों व वायरल संक्रमण से जरूर है। इस दौरान एहतियात नहीं बरती गई तो संक्रमण पहले की अपेक्षा तेजी से फैल सकता है। देश की राजधानी दिल्ली और दुनिया के कई देशों खासकर यूरोप और अफ्रीका में कोरोना की एक और लहर ने दस्तक दी है। ऐसे में सावधानी ही एकमात्र बचाव है। मुख्य चिकित्साधिकारी के अनुसार खुद को और अपने करीबी लोगों को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए मास्क पहनने के साथ, थोड़ी-थोड़ी देर में हाथ धोना, हैंड सैनिटाइजऱ का इस्तेमाल और दूसरों से शारीरिक दूरी बनाए रखना बेहद जरूरी है। शादी के उल्लास मे भी यह बात बिल्कुल न भूलें। दोस्तों या किसी जानकार से मिलते वक्त हाथ मिलाने से बचें और नमस्ते का उपयोग करें। बचाव के नियमों का पालन करते हुए स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार और समाज को बचाया जाय, यही सबसे महत्वपूर्ण है। तीन सौ बेड के सीएमएस के अनुसार दुनिया भर में कई लोगों को कोविड-19 संक्रमण हुआ और वे उससे ठीक भी हो गए। ऐसे में कई लोग ऐसी धारणा बना लेते हैं कि वे बीमार भी पड़े तो ठीक हो जाएंगे। इसलिए कोरोना वायरस की सावधानियों में लापरवाही करते हैं। यह सही नहीं है। अगर सामाजिक दूरी, मास्क लगाने की आदत में ढील बरती गई तो कोरोना का खतरा बढ़ जाएगा। शादियों की धूम में अपनी जिम्मेदारी को नहीं भूलना है। भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों, धार्मिक स्थलों पर जाने से बचें। परिवार संग बाहर गए हैं तो इधर-उधर की चीजों को हाथ लगाने या छूने से बचें। बाजार में भी केवल जरूरत की चीजों को छूएं या उठाएं। किसी सामान को छूने के बाद हाथों से चेहरे और आंख नाक को नहीं छूना है। जहां तक हो सके डिजिटल पेमेंट के विभिन्न तरीकों का प्रयोग करें। घर से बाहर निकलने से पहले चेहरे को ढक के सुरक्षित करें। सैनिटाइजर साथ रखें और समय-समय पर हाथ सैनिटाइज करते रहें। इस महामारी में बाहर की चीजों को खाने से बचे।।

बरेली से कपिल यादव

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