नई दिल्ली- बीजेपी के साथ सहयोगी दलों की नाराजगी पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि बीजेपी को सहयोगी दलों के साथ ज्यादा बातचीत और मीटिंग करनी चाहिए। ताकि जो भी नाराजगी है उसको दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि बीजेपी को सत्ता स्थापित करनी है तो एनडीए के घटक दलों को साथ में रखना होगा. उनकी जो मांगे हैं उसकी तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ये बात सही है कि शिवसेना नाराज है टीडीपी छोड़कर चली गई है। रालोसपा प्रमुख केंद्रीयमंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी ज्यादा सीटें मांग रहे हैं। अठावले का कहना है कि मुझे लगता है कि बीजेपी को 2019 में कोई प्रॉब्लम नहीं होगी. नरेंद्र मोदी 2019 में दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे. बीजेपी की 30-40 सीटें कम हो सकती हैं। लेकिन सरकार एनडीए की ही आएगी. साथ ही उन्होंने कहा, ‘मैंने प्रधानमंत्री को कहा था कि उद्धव ठाकरे की नारजगी के संबंध में उनसे बात करनी चाहिए। मैंने शिवसेना के नेताओं से बात की है उनका कहना है कि पीएम को उद्धव ठाकरे से बात करनी चाहिए। मुझे लगता है कि एक साल अभी बाकी है. नाराजगी दूर करने के लिए बीजेपी कोशिश जरूर करेगी. मैं जरूर कोशिश करूंगा। घटक दलों के साथ ज्यादा मीटिंग और बातचीत पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का कहना है कि एनडीए की मीटिंग हर बार होती है जब पार्लियामेंट सेशन होता है। विपक्ष के इकट्ठा होने पर रामदास अठावले का कहना है कि विपक्ष जितना इकट्ठा होगा उतना NDA को फायदा होगा. नरेंद्र मोदी के खिलाफ पूरे देश की क्षेत्रीय पार्टियां इकट्ठा हो रही हैं. लेकिन हर जगह समस्या है. जैसे पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और वामपंथी इकट्ठे नहीं हो सकते. आंध्र प्रदेश में टीडीपी जगमोहन एक साथ नहीं आ सकते. बहुत से राज्यों में प्रॉब्लम है। साथ ही उन्होंने कहा कि उपचुनावों में बीजेपी कैराना की सीट हार गई। इसका मतलब ऐसा नहीं है कि बीजेपी डाउन हो गई है. बीजेपी ने महाराष्ट्र में पालघर की सीट जीती. मुझे लगता है थोड़ी प्रॉब्लम है. उसको सुधारने के लिए अभी एक साल बाकी है। एक साल के अंदर हम उसमें सुधार करेंगे। नरेंद्र मोदी और अमित शाह सबको साथ में लेकर चलेंगे।
-देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा