बरेली। प्रदेश मे 10 जनवरी को नो हेलमेट-नो पेट्राेल के आदेश जारी हुआ था। हालांकि दस दिन बाद सोमवार से डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी अनुराग आर्य के आदेश पर नो हेलमेट नो पेट्रोल की व्यवस्था का कड़ाई से पालन शुरू हो गया है। बिना हेलेमेट के पेट्रोल नही आदेश का मिलाजुला असर दिखाई दिया। हालांकि, कुछ पंपों पर डीएम के आदेश का असर नही दिखा। वहां बिना हेलमेट वालों को भी पेट्रोल दिया जा रहा था। अधिकतर पेट्रोल पंपों पर लोग हेलमेट लगाकर पेट्रोल लेते नजर आये। कई बाइक सवारों को बगैर पेट्रोल के ही वापस लौटना पड़ा। हालांकि कुछ लोग जुगाड़बाजी कर पेट्रोल लेने मे कामयाब हो गये। डीएम रविंद्र कुमार ने सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए 20 जनवरी से नो हेलमेट, नो पेट्रोल नीति को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए थे। सभी पेट्रोल पंपों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और नो हेलमेट-नो पेट्रोल के होर्डिंग्स लगाने को भी अनिवार्य किया गया था। आदेश से दोपहिया वाहन चालकों में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है। सोमवार को जनपद के ज्यादातर पेट्रोल पंपों पर पंपकर्मियों ने बिना हेलमेट वाले लोगों को पेट्रोल देने से मना कर दिया। कई वाहन चालक बिना पेट्रोल लिए ही लौटने पर मजबूर हुए। हालांकि कुछ पंपों पर डीएम के आदेश का असर नही दिखा। वहां बिना हेलमेट वालों को भी पेट्रोल दिया जा रहा था। एक युवक जो बिना हेलमेट पेट्रोल लेने पहुंचा। उसे कर्मियों ने पेट्रोल देने से मना कर दिया। युवक को बिना पेट्रोल लौटना पड़ा। बिना हेलमेट पेट्रोल देना अब संभव नही। यह कदम सभी की सुरक्षा के लिए उठाया गया है। बिना हेलमेट के वाहन चालकों को पेट्रोल नही दिया जा रहा है। डीएम के नो हेलमेट, नो पेट्रोल नीति के आदेश का पालन किया जा रहा है। सुबह से कई वाहन चालकों को बिना हेलमेट के पेट्रोल नही दिया गया।।
बरेली से कपिल यादव