बरेली। शहर के सुरेश शर्मा नगर स्थित बिजली उपकरण निर्माता और सप्लायर पेंटास्टार पावरकॉन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर गुरुवार को जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा ने छापा मारा। जांच में 1.35 करोड़ कर चोरी की पुष्टि हुई। मौके पर कारोबारी से 55 लाख रुपये जमा कराए। राज्यकर अपर आयुक्त ग्रेड-1 ओपी चौबे के मुताबिक संबंधित फर्म सरकारी संस्थानों में उपकरण आपूर्ति का कार्य करती है। इनके खिलाफ पोर्टल पर प्राप्त शिकायत का संज्ञान लेकर फर्म की जांच विशेष अनुसंधान शाखा रेंज बी बरेली की टीम ने की। उन्होंने फैक्टरी के कार्यालय और ट्रांसपोर्ट नगर के गोदाम पर जांच की। जांच में 1.35 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी गई। फर्म कारोबारी से 55.50 लाख रुपये जमा कराए गए और बकाया 90 लाख जमा करने के लिए कुछ दिन का समय मांगा। टीम ने बकाया जमा करने के लिए 15 दिन की मोहलत दी है। जांच मे पता चला कि फर्म की सेवाएं के बदले सरकारी संस्थानों से प्रतिवर्ष करीब 10 करोड़ से ज्यादा का भुगतान हो रहा है। पर अधिक मूल्य संवर्धन वाली कमोडिटी यानी सामान के निर्माता होने के बावजूद सभी कर देयता का समायोजन आईटीसी यानि अग्रिम टैक्स भुगतान से फर्म संचालक कर रहा था। साथ ही, कागजों की गड़बड़ी और बिलों में हेराफेरी के मामले मिले। जांच में पता चला कि फर्म संचालक द्वारा कर चोरी के उद्देश्य से दिल्ली में सकुर्लर ट्रेडिंग यानी दलाल के जरिए धोखाधड़ी से बोगस फर्मों समेत पूर्व में त्रुटिपूर्ण आईटीसी क्लेम से देय कर का समायोजन भी किया गया। पहले तो कारोबारी ने आपत्ति जताई पर जब दस्तावेजों के आधार पर बात की गई तो उसने भूल स्वीकारी। कर देयता 1.35 करोड़ रुपये जमा करने पर सहमति जताई।।
बरेली से कपिल यादव