बारिश से पहले नही किए ध्वस्त, अब गिरी यूपीएस हरुनगला की जर्जर छत

बरेली। बारिश से पहले जर्जर बेसिक स्कूलों के भवनों को चिह्नित कर ध्वस्त कराना था लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग ने इस ओर ध्यान नही दिया। अब बारिश के मौसम में जर्जर स्कूलों के भवनों का गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है। तेज बारिश के चलते यूपीएस हरुनगला के पुराना भवन की छत बुधवार को गिर गई। गनीमत रही कि छुट्टी के चलते उस समय कोई छात्र और स्टाफ स्कूल मे नही था। गुरुवार की सुबह प्रधानाध्यापिका सोमवती स्कूल पहुंची तब उन्होंने मलवा गिरा हुआ पाया। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी। स्कूल मे कुल 112 विद्यार्थी पंजीकृत है। उन्हें सुरक्षित स्थान पर बैठाया गया। उधर, भारी बारिश को देखते हुए बीएसए ने सभी प्रधानाध्यापकों को आदेश जारी किया है कि कही भी जर्जर भवन मे बच्चों को बैठाकर पढ़ाई न कराई जाए। यदि भवन पूरी तरह से जर्जर है तो नजदीक के स्कूल में बच्चों को बिठाया जाए। जिले में 30 से अधिक जर्जर स्कूल भवन है। विभाग ने अभी तक इन्हें ध्वस्त नही कराया है। ऐसे में बच्चों की जान खतरे में है। बारिश के चलते बुधवार को बीएसए संजय सिंह ने सभी प्रधानाध्यापकों को पत्र जारी कर बच्चों को सुरक्षित कक्षाओं में शिक्षण कार्य कराने के निर्देश दिए थे। इसमें जर्जर स्कूल भवनों को चिह्नित कर दीवारों पर लाल रंग से निष्प्रोज्य लिखवाने को कहा था।।

बरेली से कपिल यादव

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