बठिंडा/पंजाब- बठिंडा जिले के गांव में स्थित माईसरखाना में जो बाबा संदीप अपनी गद्दी हर वीरवार को लगाते थे और वह यहां पर आने वाले लोगों की हर मनोकामनाओं को पूर्ण होती थी लेकिन किसी कारण उन्होंने यह गद्दी छोड़ने का फैसला किया गया है उन्होंने कहा कि वह जिंदगी में सेवा कार्य करते रहेंगे लेकिन जो उनकी पुरखों की गद्दी चली आ रही थी अब वह गद्दी का काम नहीं करेंगे जो कि भविष्य में वह मानवता की सेवा को मुख्य रखते हुए सेवा कार्य जारी रखेंगे लेकिन लोगों की पूछे वगैरह नहीं निकालेंगे और वह मानवता की सेवा को पहल देंगे , उन्होंने कहा कि उन्होंने यह फैसला अपनी इच्छा से लिया है और बठिंडा में उन्होंने पत्रकारों से विशेष बातचीत में यह बात कही।
– बठिंडा से अश्विनी कुमार के साथ राज कुमार