मुज़फ्फरनगर/शुक्रतीर्थ- अयोध्या में बाबरी विध्वंस प्रकरण में आज सीबीआई कोर्ट से आए फैसले के बाद मुजफ्फरनगर की तीर्थ नगरी शुक्रताल में साधु संतों में हर्ष की लहर दौड़ गई साधु संतों ने इस फैसले का स्वागत करते हुए प्रसन्नता जाहिर की है और इस फैसले को सही बताया है।
शुक्रतीर्थ में स्थित श्री बालाजी अनुसंधान केंद्र में योगीराज श्री प्रकाशानंद महाराज, योगिनी राज नंदेश्वरी और डासना मंदिर के यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने इस मौके पर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई।
योगिनी राज नंदेश्वरी जी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इस फैसले को सुनकर मुझे बड़ी प्रसन्नता हुई है, यह हमारी न्यायिक जीत है, सीबीआई कोर्ट ने जो न्याय किया है वह बिल्कुल उचित है, इस न्याय का सम्मान सबको करना चाहिए,वहां मस्जिद थी ही नहीं वहां मंदिर था और मंदिर ही रहना है, कहते हैं भगवान के यहां देर है अंधेर नहीं, हमारे बुजुर्गों को आज सम्मान मिला है न्याय मिला है।
डासना मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि आज कोर्ट का फैसला आया है ,सब लोग बरी हो गए हैं, बड़ी खुशी की बात है, वैसे तो जिस दिन सुप्रीम कोर्ट से यह तय हो गया था कि वहां मंदिर की जगह मस्जिद बनाई गई है तो उसी दिन यह समाप्त हो जाना चाहिए था, सरकार को इसके लिए प्रयास करना चाहिए था, लेकिन आज बहुत खुशी का दिन है ,यह लोग अपराधी नहीं थे, सभी धार्मिक लोग थे, इन्हीं लोगों की मेहनत की वजह से आज भारतीय जनता पार्टी का इतना बड़ा महल बना है ,इन लोगों का अपमान नहीं होना चाहिए था लेकिन जो भी है आज बहुत अच्छा फैसला आया है, मैं बहुत प्रसन्न हूं।
रिपोर्ट भगत सिंह