राजस्थान/बाड़मेर- केन्द्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार बाड़मेर शहर में रेलवे स्टेशन पर बुधवार को सायं 4 बजे एयर रेड मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। इस दौरान आपातकालीन स्थिति में बचाव, राहत एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के उपायों को जांचा गया। बाड़मेर रेलवे स्टेशन से जिला कलक्ट्रेट स्थित सिविल डिफेंस कंट्रोल रूम पर जीएसएस पर ‘हवाई हमला’ होने की सूचना मिली। कंट्रोल रूम कार्मिकों ने इसके बारे में तुरंत कंट्रोलर (जिला कलक्टर) टीना डाबी को बताया, जिनके निर्देशानुसार सभी संबंधित विभागों को तुरंत ‘हमले’ की सूचना देकर ‘घटना स्थल’ पर पहुंचने को कहा गया और सायरन बजाकर नागरिकों को सचेत किया गया।
सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, चिकित्सा दल, एम्बुलेंस, नगर परिषद कार्मिक, सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ, रसद विभाग, पुलिस, अग्निशमन सहित संबंधित सभी विभाग तुरंत जरूरी संसाधनों के साथ मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव के लिए रेस्क्यू अभियान शुरु किया। अग्निशमन विभाग ने आग बुझाने वाले वाहनों एवं अन्य उपकरणों के साथ पहुंचकर ‘हमले’ से हुई ‘आगजनी’ पर काबू पाया। सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों ने घायल हुए चालीस लोगों को इलाज के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से घटना स्थल पर बनाए आपातकालीन अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने सभी की जांच कर उपचार शुरु किया। पांच मामूली घायलों को यहीं भर्ती कर इलाज किया, जबकि गंभीर रूप से घायल तीन जनों का प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल रैफर किया गया। इस दौरान एनसीसी और स्काउट गाइड विद्यार्थियों ने आपात स्थिति में निपटने में विशेष मदद की।
जिला कलक्टर टीना डाबी एवं जिला पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र सिंह मीना ने मौके पर पहुंचकर मॉक ड्रिल की कार्यवाही एवं व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पूर्वाभ्यास के प्रति संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सभी विभागों ने त्वरित रिस्पॉन्स के साथ बेहतर समन्वय कर आपातकालीन स्थिति से निपटने का अच्छा प्रयास किया। उन्होंने बताया कि इस दौरान हवाई हमले की चेतावनी प्रणाली, हॉट लाइन,रेडियो लिंक, नियंत्रण कक्षों की कार्यप्रणाली, मेडिकल, रसद और अग्निशमन जैसी व्यवस्थाओं का मॉक ड्रिल किया गया।
इस मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस के 308 स्वयंसेवक, राजस्थन पुलिस के 240 कार्मिक, नगरपरिषद के 30 कार्मिक, एसडीआरएफ जोधपुर के 12 स्वयंसेवक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के 26 कार्मिक, होमगार्ड शहरी के 15 स्वयंसेवक, होमागार्ड बोर्डर के 15 स्वयंसेवक, पीडब्ल्यूडी के 15 कार्मिक, जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय के 6 कार्मिक, जिला रसद अधिकारी कार्यालय के 13 कार्मिक, स्काउट, एनसीसी और एनएसस के 140 स्वयंसेवक और कैडेट, शिक्षा विभाग के 44 शारीरिक शिक्षक और सीमा जन कल्याण समिति के स्वयंसेवक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।मॉक ड्रिल के समय आवागमन बंद किया गया। बाड़मेर जिले के सरहदी इलाकों में भी मॉक ड्रिल किया गया स इधर, बाड़मेर जिले में महत्त्वपूर्ण स्थानो की सुरक्षा बढ़ाने के साथ सतर्कता बरती जा रही है। वही एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन की ओर से स्कूलों में छुट्टयिं और परीक्षाएं स्थगित की गई।
इस दौरान, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह चांदावत, बाड़मेर उपखंड अधिकारी वीरमा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम, अरविन्द जांगिड़, पुलिस उपाधीक्षक रमेश शर्मा सहित प्रशासन, पुलिस, जोधपुर विद्युत वितरण निगम, शिक्षा विभाग, सिविल डिफेंस अधिकारी, एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस प्रतिनिधि मौजूद थे।
जिला कलक्टर टीना डाबी मॉक ड्रिल के बाद जिला मुख्यालय पर सरकारी अस्पताल पहुंची, जहां उन्होंने इमरजेंसी वार्ड सहित अन्य वार्डों का दौरा किया और यहां की चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
– राजस्थान से राजूचारण