बरेली। जनपद के थाना बहेड़ी क्षेत्र मे शुक्रवार की दोपहर गांव जसाईनागर में सियार ने दो महिलाओं समेत तीन ग्रामीणों को काटकर जख्मी कर दिया। सियार के आतंक से आसपास के ग्रामीण भी दहशत में आ गए। सूचना मिलते ही वन विभाग के रेंजर टीम के साथ गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों के साथ कॉम्बिंग की। ग्रामीण भेड़िया होने की बात कह रहे थे लेकिन वन विभाग अधिकारी ने जांच के बाद सियार होने की पुष्टि की। थाना बहेड़ी के गांव जसाईनागर निवासी महारानी पत्नी सीताराम व श्याम कली पत्नी रामपाल जंगल में खेतों के पास नहर किनारे घास काट रही थी। गांव के निरंजन का बेटा सचिन खेत में काम कर रहा था। इसी बीच एक सियार वहां पहुंच गया। सियार ने तीनों पर हमला कर दिया। हमले में महारानी के गंभीर घायल हो गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। सूचना मिलने के बाद रेंजर वैभव चौधरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। टीम के पहुंचने पर गांव के लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे। वन्यजीव की खोज के लिए रेंजर ने इलाके में छानबीन शुरू कर दी। इसी बीच सियार सबके सामने आ गया लेकिन भीड़ के आगे बढ़ते ही वह ढोरा नदी में छलांग लगाकर गांव बिजौरिया के जंगल में भाग गया। पूर्व प्रधान दलपत सिंह, संदीप सिंह, बाबू सिंह व अन्य ग्रामीणों ने सियार के पागल होने की बात कही। घटना के बाद वन विभाग की टीम ने नदियों के आसपास बसे गांवों के जंगलों मे निगरानी शुरू कर दी है। रेंजर वैभव चौधरी ने कहा कि घटना के बाद ग्रामीण भेड़िया होने की बात कर रहे थे लेकिन जब वह टीम के साथ गांव पहुंचे तो छानबीन के दौरान अचानक सियार सामने आ गया। ग्रामीणों ने भी इसी वन्यजीव द्वारा हमला करने की तस्दीक की। उसको पकड़ने के लिए टीम जुटी हुई है।।
बरेली से कपिल यादव