वाराणसी- रोहनियां राजातालाब महाशिवरात्रि पर्व पर पंचकोशी (पंचकोस) यात्रा शुरू होती है जिसमें 24 घंटों के अंदर श्रद्धालु शिव नगरी की परिक्रमा करते हैं। लाखों श्रद्धालु इस अनुष्ठान को पूरा करने का संकल्प लेकर धर्म यात्रा पूरी करने के लिए अन्य जनपदों से आते हैं लेकिन इस वर्ष की यात्रा कांटो भरी होने जा रही है।
पंचकोशी मार्ग पर कई स्थानों पर मौजूद बड़े-बड़े गढ्डे उनके कदम रोकेंगे तो बिखरी गिट्टियां नंगे पांव को छलनी कर देंगी।
राजातालाब मे गढ्डा – यात्रा में सबसे बड़ा रोड़ा रानी बाजार रेलवे क्रॉसिंग से लेकर वाया कचनार राजातालाब एन एच 2 तक पीडब्ल्यूडी द्वारा नाली निर्माण कार्य के लिए खोदा गया गढ्डा है। यात्रा को देखते हुए सड़क के गढ्डे मे गिट्टी आदि डाल दी गई है लेकिन खुला नाला ढका नहीं गया जो जानलेवा बन सकता है लेकिन चौड़ाई कम होने से उक्त स्थान पर लाइन लगाकर श्रद्धालुओं को गुजरना होगा। रानी बाजार से लेकर राजातालाब कचनार क्षेत्र में ज्यादा खराब- कचनार गांव राजातालाब बाजार के समीप एक किमी रोड खराब है। उक्त गांव से गुजरा पंचकोशी मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त है। संगम तालाब स्थित शिव मंदिर के समीप पीडब्ल्यूडी द्वारा नाली निर्माण हेतु बाएं तरफ मार्ग खोदी गई थी जिसे ढका नहीं गया दूसरी तरफ दाएं तरफ भी मार्ग खोद दिया गया है, इसके चलते यात्रा कठिन हो जाएगी।
नाली निर्माण कार्य से पुराना भूमिगत सीवर नाला जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है
सड़क पर गिट्टियां और मलजल – यहां से परेशानी विकराल रूप ले लेती है। रानी बाजार रेलवे क्रॉसिंग से लेकर राजातालाब पुरानी पुलिस चौकी एन एच 2 तक रोड क्षतिग्रस्त है। जगह-जगह गढ्डे हैं तो सड़क पर गिट्टियां बिखरी हैं। सीवर व नालियां जाम होने से मलजल सड़क पर बह रहा है।
पहले इतनी कठिन नहीं थी राह- स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि ऐसा जर्जर पंचकोशी मार्ग पूर्व में कभी नहीं देखने को मिला। श्रद्धालुओं की यात्रा बाबा ही पूरी कराएंगे। ग्राम प्रधान कचनार विजय पटेल ने कहा कि इसी मार्ग से कचनार राजातालाब रानी बाजार तक शिव बारात भी निकलती है जिसमें झांकियां डीजे आदि भी शामिल होते हैं। क्षतिग्रस्त सड़क पर पर्व के निर्वहन में मुश्किलें आएंगी।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय के साथ (राजकुमार गुप्ता) वाराणसी