बसों मे उमड़ी भीड़, भटकते रहे यात्री, आरएम ने किया तीन डिपो निरीक्षण

बरेली। होली के बाद एक बार फिर ट्रेनों और बसों में भीड़ उमड़ी। घंटों इंतजार के बाद यात्रियों को बमुश्किल बसें मिलीं। इससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। होली का त्योहार निपट गया है। लिहाजा, दूसरे शहरों में नौकरी, व्यवसाय, पढ़ाई आदि करने वाले लोगों ने वापस काम पर लौटना शुरू कर दिया है। इसके लिए अधिकतर लोग रोडवेज बसों और ट्रेन का ही सहारा ले रहे हैं। मंगलवार को पूरे दिन यात्रियों की भीड़ रही। सभी बसें खचाखच भरी हुई थीं। कई यात्रियों को खड़े होकर ही सफर करना पड़ा तो कई बसों में इतने यात्री उमड़े कि पैर रखने तक की जगह नहीं मिली। लोकल रूट पर अधिकांश बसों को दौड़ाया गया। रोडवेज के अधिकारियों ने बताया कि होली से करीब तीन दिन पहले ही उन्होंने पूरे परिक्षेत्र (बरेली, रुहेलखंड, पीलीभीत, बदायूं) के सभी डिपो की बसों को एक साथ दौड़ा दिया था। मंगलवार को करीब 675 रोडवेज बसें संचालित की गईं। इसके बाद भी सवारियों को घंटों बसों का इंतजार करना पड़ा। सबसे ज्यादा यात्री आगरा, मथुरा, शाहजहांपुर और दिल्ली जाने वाले दिखाई दिए। यात्रियों का कहना था कि करीब दो घंटे से बस अड्डे पर खड़े हैं लेकिन उन्हें बस नहीं मिली। यही बात गोला की तरफ से आने वाले यात्रियों ने भी कही। उन्होंने बताया कि वे सुबह सात बजे से बस के इंतजार में थे मगर दो घंटे तब बस ही नहीं आई। ऐसे में काफी दिक्क्तों का समना करना पड़ा। इस बारे में आरएम आरके त्रिपाठी का कहना है कि होली पर भीड़ की आशंका को देखते हुए बसों की संख्या और फेरे बढ़ाए गए थे। रोडवेज की कोशिश थी कि यात्रियों को किसी भी तरह की कोई समस्या न हो। इसके बाद भी समस्या आ रही है तो उस बारे में पता कराएंगे। मंगलवार को रोडेवज के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बरेली, रुहेलखंड और बदायूं डिपो का औचक निरीक्षण भी किया। इस दौरान डिपो की तमाम खामियां सामने आई। यह देख उन्होंने संबंधित कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही डिपो में मिलने वाली कमियों को सुधारने के लिए दो दिन का समय दिया। इतना ही नहीं वर्कशॉप में रोडवेज बसों की खराब मरम्मत को लेकर भी अधिकारियों को चेताया। क्षेत्रीय प्रबंधक ने बसों का मरम्मत कार्य जिम्मेदारी से करने के निर्देश दिए। होली की भीड़ को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा बसों को ऑन रोड रखने के निर्देश दिए।।

बरेली से कपिल यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *