बरेली। भैया दूज के दूसरे दिन शुक्रवार को वापसी की भीड़ के चलते बसों और ट्रेनों में जगह के लिए मारामारी रही। बसों और ट्रेनों में चढ़ने को धक्कामुक्की होती रही। दोपहर से रात तक बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर भीड़ रही। व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों की टीम मुस्तैद रहीं। अधिकारियों का कहना है अब यह भीड़ इस माह के अंत तक रहेगी। भैया दूज के बाद शनिवार से छठ पर्व शुरू हो जाएगा। भैया दूज का पर्व गुरुवार को था, इस दिन सुबह से रात तक बहनों का आवागमन ट्रेनों और बसों से जारी रहा। शुक्रवार से बहनों की वापसी के कारण जंक्शन पर सुबह से ही भीड़भाड़ रही। छठ पूजा के लिए भी रेलवे की ओर से कई स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है लेकिन यात्रियों को राहत नहीं मिल पा रही है। यात्रियों को जनरल डिब्बों में ठूंसकर और शौचालय में बैठकर यात्रा करने को मजबूर है। इंटरसिटी, आला हजरत, बरेली-चंदौसी, बरेली-अलीगढ़ समेत अधिकतर ट्रेनें फुल गईं। राज्यरानी, त्रिवेणी एक्सप्रेस से बड़ी संख्या में यात्रियों ने सफर किया। लंबी दूरी की जो ट्रेनें जम्मू, दिल्ली, पंजाब की ओर से आई उनमें पहले से ही पैर रखने की जगह नही थी। तमाम ऐसे यात्री थे। जिनके पास जनरल टिकट था लेकिन स्लीपर कोचों में घुसे हुए थे। कई ऐसी शिकायतें मिली। जिनमें वेटिंग वाले एसी कोचों मे घुस गए। उनको आरपीएफ ने उतारकर दूसरे कोचों में बैठाया। हालांकि त्योहार पर मेल, एक्सप्रेस, पैसेंजर, मेमो और डेमो ट्रेनों में दो-दो अतिरिक्त कोच लगाए गए फिर भी व्यवस्थाएं कम पड़ गई। बसों में उमड़े मुसाफिर बैठने के लिए धुक्कामुक्की शुक्रवार की दोपहर से रोडवेज बसों में भीड़भाड़ बढ़ गई। पुराना बस स्टैंड और सेटेलाइट बस अड्डे पर बसों में बैठने के लिए धक्कामुक्की होती रही। कुछ रूटों पर मुसाफिरों को देर तक इंतजार के बाद बसें मिलीं। बसों की मॉनीटरिंग के लिए एआरएम के साथ आठ-आठ कर्मचारियों की टीमें लगी थी। भैया दूज के दिन सुबह से रात तक करीब बरेली रीजन की 623 बसों से करीब 70 हजार यात्रियों ने सफर किया। शुक्रवार से वापसी की भीड़भाड़ बसों से चल पड़ी। आरएम दीपक चौधरी के नेतृत्व में बरेली डिपो एआरएम संजीव श्रीवास्तव और रुहेलखंड डिपो के एआरएम अरुण वाजपेई के साथ आठ-आठ कर्मचारियों की ड्यूटी पुराने बस स्टैंड और सेटेलाइट पर रही। कई रूटों पर यात्रियों के लिए बसों की व्यवस्था कराकर रवाना कराया गया। हल्द्वानी, पूरनपुर, बंडा, पुवाया, जैतीपुर मार्ग की बसों के यात्रियों को इंतजार के बाद बसें मिली।।
बरेली से कपिल यादव
