बरेली। बरेली मे 500 करोड़ से ज्यादा का बिजली बिल बकाया है। इसको देखते हुए नए चीफ इंजीनियर ने कड़ा आदेश जारी किया है। बिजली विभाग के नए मुख्य अभियंता राघवेंद्र सिंह ने कार्यभार संभालते ही मंडल के सभी अधीक्षण और अधिशासी अभियंताओं को निर्देश दिया है कि एक लाख रुपए से अधिक बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटकर वसूली सुनिश्चित करें। इस अभियान को पूरा करने के लिए 31 जनवरी तक का समय दिया गया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि वसूली में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बिजली निगम की ओर से राजस्व वसूली बढ़ाने के लिए लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है लेकिन अब तक अपेक्षित परिणाम नहीं मिले हैं। इससे पहले भी वसूली में पिछड़ने के कारण द्वितीय खंड के मुख्य अभियंता को हटाया जा चुका है। मुख्य अभियंता ने मंडल के समस्त अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है। बिजली निगम की ओर सेमएक मुश्त समाधान योजना (ओटीएस) चलाई गई थी। यह योजना 16 जनवरी को समाप्त हो चुकी है। बावजूद इसके जिले में 3,64,291 उपभोक्ताओं पर अरबों रुपए का बिल बकाया है। बरेली जिले में आठ विद्युत वितरण खंड हैं, जिनमें से चार शहरी और चार ग्रामीण क्षेत्र में आते है। ओटीएस योजना के तहत 5,28,830 उपभोक्ताओं को बकाया भुगतान का अवसर दिया गया था, जिनसे 817 करोड़ रुपए वसूल किए जाने थे। लेकिन योजना समाप्त होने तक सिर्फ 1,66,539 उपभोक्ताओं ने 146.32 करोड़ रुपए जमा किए। अब भी पांच अरब रुपए से अधिक का बिजली बिल बकाया है। मुख्य अभियंता राघवेंद्र सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक कर बकाया वसूली को लेकर सुनियोजित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सबसे पहले एक लाख रुपए से अधिक बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए जाएं। इसके बाद 31 जनवरी के बाद एक लाख रुपए से कम बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं की सूची तैयार कर चरणबद्ध तरीके से वसूली की जाए।।
बरेली से कपिल यादव