*क्या प्रशासन को भी नहीं है वैक्सीनेशन सेंटर बदलने की जानकारी?
बरेली- कोविड-19 वैक्सीनेशन हेतु स्लॉट बुक करते समय प्रशासन द्वारा वैक्सीन सेंटर एमएच हॉस्पिटल शामिल है, परंतु यह सेंटर सिर्फ वैक्सीन सेंटर लिस्ट में ही दिखता है जबकि वैक्सीनेशन इस सेंटर की जगह सिगनल रेजीमेंट, कैंट में लगाई जा रही है, जो कि पूर्णता गलत है ! सही जानकारी न होने की वजह से वैक्सीनेशन के लिए जा रहे लोगों को भी बहुत ही ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है सिर्फ यही नहीं वैक्सीनेशन सेंटर पर भी आर्मी के लोगों को ज्यादा वरीयता दी जाती है एवं साथ ही वहां के स्टाफ का आम लोगों से बर्ताव भी ठीक नहीं है । लोगों की मानें तो कभी-कभी तो आर्मी के लोगों को वैक्सीन लगाने की प्राथमिकता होने के बाद सभी लोगों को वैक्सीन होने के बाद भी वापस भेज दिया जाता है । जिस वजह से उनका बुक किया हुआ स्लॉट भी बेकार हो जाता है ।ऐसा ही वाक्या 17 मई सोमवार को आशीष कुमार जौहरी के साथ घटित हुआ।वह अपनी पत्नी के वैक्सीनेशन के लिए इस सेंटर पर साथ गये थे परंतु आर्मी के स्टाफ के दुर्व्यवहार एवं आर्मी सैनिकों को वरीयता के कारण वैक्सीनेशन नहीं हो सका। जिसकी वजह से वहां मौजूद सभी लोगों को 4 घंटे इंतजार के बाद भी बिना वैक्सीन लगवाए ही लौटना पड़ा। जिसकी सूचना भी उनके द्वारा कई अधिकारियों को दी गई परंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई ।वहां के अधिकारियों से इस संदर्भ में सवाल भी किया गया कि जब वैक्सीन लगाने का समय अपराहन 1:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक का है तब 3:00 वैक्सीन वैक्सीनेशन प्रारंभ करना कहां तक उचित है, एवं 4:00 बजे यह कहकर बंद कर देना कि अब समय पूर्ण हो गया है, अब वैक्सीनेशन नहीं किया जाएगा, यह कहना कहां तक उचित है ? इस पर कोई ठोस जबाव नहीं दिया गया।इस बड़ी आपदा के समय एक ओर जहां वैक्सीनेशन के लिए बड़ी मुश्किल से ही स्लॉट बुक होता है उसके बाद भी इस तरह के कारणों के द्वारा वैक्सीनेशन का न लग पाना अपने आप में ही सिस्टम की विफलता को साबित करता है ।वैक्सीनेशन सेंटर पर इस प्रकार की विफलताओं के लिए प्रशासन को इस सेंटर पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में जब तक वैक्सीनेशन होना है तब तक लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े ।सबसे बड़ा सवाल यही है कि जब बुकिंग स्लॉट लिस्ट में एमएच हॉस्पिटल दिया गया है फिर इस हॉस्पिटल की जगह बिना किसी सूचना के दूसरे स्थान पर वैक्सीनेशन क्यों किया जा रहा है एवं इसकी सूचना स्लॉट बुक होने के बाद क्यों नहीं प्रदान की जाती है ?